ऐसी हो पढ़ाई कि फिर बनकर निकलें आइएएस और पीसीएस : अनुपमा
लालगंज (रायबरेली) : एक समय था जब प्राथमिक विद्यालयों में पढ़े बच्चे आइएएस, पीसीएस बनकर निकलते थे। अब फिर से वही दौर आए, यही मेरा सपना है। उक्त विचार बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल ने लालगंज में आयोजित स्कूल चलो अभियान का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग बच्चों को निश्शुल्क गुणवत्तापरक शिक्षा देने के लिए संकल्पबद्ध है। जिस देश व प्रदेश की शिक्षा और स्वास्थ्य दो चीजें ठीक होती हैं, वह प्रदेश प्रगति करता है। शिक्षित बच्चे, सभ्य समाज और उन्नत राष्ट्र आपस में जुड़ी कड़ियां हैं, जिन्हें अलग नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष किताब तो इस बार यूनीफार्म में परिवर्तन किया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग को सम्मान से देखा जाने लगा है।
मंत्री ने कहा कि श्रावस्ती के बच्चों की बाल संसद को भारत सरकार के नीति आयोग ने सराहा है। इससे पहले सरेनी विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह, बछरांवा विधायक रामनरेश रावत ने भी विचार व्यक्त किए। इससे पहले बीएसए पीएन सिंह शिक्षा मंत्री का स्वागत किया। कस्तूरबा विद्यालय सतावं छात्रा रानी, कोमल, आंचल, महिमा, लक्ष्मी ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। संचालन आशीष सिंह सेंगर ने किया। इस दौरान किताबों का वितरण भी किया गया। इस मौके पर बीईओ वीरेंद्र कनौजिया, सुरेश कुमार, रवी सिंह, बृजेंद्र सिंह राठौर, अजय पांडेय, महेंद्र यादव, पन्नालाल, कृष्ण शंकर मिश्रा, हरिओम यादव, विजय चौधरी, विश्वास बहादुर सिंह, अमित साहू आदि मौजूद रहे।
गोदभराई और अन्नप्रासन
बेसिक शिक्षा मंत्री बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आयोजित गर्भवती महिलाओं के कार्यक्रम में शामिल हुई। एक दर्जन महिलाओं की गोद भराई की। साथ ही बच्चों को खीर परोसकर अन्नप्रासन कराया।
बारिश से फैली अव्यवस्था
बारिश के कारण अव्यवस्था फैली रही। एक ओर स्कूलों में चाक चौबंद करने की बात हो रही थी, वहीं दूसरी ओर मंत्री के सामने बच्चे जमीन पर बैठे थे। बरसात के कारण कार्यक्रम बीआरसी परिसर के निकट स्थित एक गेस्ट हाउस में कराया गया। जहां एक तरफ महिला और दूसरी ओर पुरुषों के लिए कुर्सियां डाली गईं। बच्चों को बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी। जिसको जहां जगह मिली वह बैठ गया।