फर्जी डिग्री पर शिक्षक बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, देवरिया : एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट ने परिषदीय विद्यालयों में नियुक्तियों के लिए फर्जी डिग्री बनाने वाले दो शातिरों को गिरफ्तार कर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। दोनों शातिर खुद भी फर्जी डिग्री से सिद्धार्थनगर व गोरखपुर में नौकरी कर रहे थे। उनके पास बड़ी मात्र में अभिलेख भी बरामद हुए हैं।
परिषदीय विद्यालयों में नियुक्तियों में हुए फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसटीएफ गोरखपुर की टीम को सूचना मिली थी कि दोनापुर में फर्जी डिग्री बनाकर लोगों को नौकरी दिलाने वाला मास्टर माइंड मौजूद है। एसटीएफ प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह के नेतृत्व में टीम ने संबंधित स्थान पर छापेमारी की।
टीम ने अश्वनी श्रीवास्तव निवासी बरडीहा थाना खुखुंदू व मुक्तिनाथ निवासी नदावरघाट मझौलीराज, कोतवाली सलेमपुर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में अश्वनी ने बताया कि 2010 से पहले से ही वह पूर्वांचल में फर्जी शिक्षक भर्ती गिरोह संचालित करने वाले कुईचवर निवासी राकेश सिंह के संपर्क में है। वह बीएड, टेट समेत अन्य डिग्री फर्जी बनाता है। उसे फर्जी डिग्री बनाने पर पचास हजार से एक लाख रुपये मिलते थे। वहीं मुक्तिनाथ ने बताया कि वह फर्जी अंक पत्र पर गोरखपुर के बड़हलगंज विकास खंड में तो अश्वनी फर्जी अंक पत्र पर सिद्धार्थनगर जनपद के भवनापुर विकास खंड के सरोधर पूर्व माध्यमिक विद्यालय में तैनात है। दोनों के पास से पुलिस ने कई विश्वविद्यालयों की डिग्री, मुहर, आधार कार्ड व लैपटाप बरामद किये हैं।