लखनऊ : डीएलएड में एक लाख से अधिक प्रशिक्षुओं की छात्रवृत्ति-फीस भरपाई फंसी
दूसरा सेमेस्टर समय से पूरा न होने पर फंसा पेच, प्रशिक्षुओं ने लखनऊ से लेकर इलाहाबाद तक लगाई दौड़ पर अभी तक नहीं हुईसुनवाई.
लखनऊ ' विशेष संवाददाता.
बीटीसी की जगह पर शुरू हुए डिप्लोमा इन एलेमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) पाठ्यक्रम के 2017-18 बैच के एक लाख प्रशिक्षुओं की छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की सरकारी मदद फंस गयी है। .
समाज कल्याण निदेशालय इसकी वजह परीक्षा नियामक प्राधिकरण प्रयागराज द्वारा समय से इन प्रशिक्षुओं का ब्योरा जारी न किया जाना बता रहा है। निदेशालय के अधिकारियों का कहना है कि दो साल में चार सेमेस्टर के इस डिप्लोमा पाठ्यक्रम का पहला सेमेस्टर दिसम्बर 2017-18 में पूरा हुआ। इस लिहाज से दूसरा सेमेस्टर अप्रैल-मई 2018 में पूरा होना चाहिए था। मगर 2018-19 का पूरा साल बीत गया पर दूसरे सेमेस्टर का न तो समय से रिजल्ट आया और न ही द्वितीय वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया ही पूरी हुई। हालांकि प्रशिक्षुओं ने द्वितीय वर्ष में पहुंचे बगैर छात्रवृत्ति और फीस भरपाई के लिए आनलाइन आवेदन कर दिया, जो सर्वथा अनुचित है। इसलिए इनका पूरा डेटा ब्लॉक कर दिया गया। .
छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की सरकारी मदद नहीं मिलने पर इन प्रशिक्षुओं ने लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक खूब दौड़-धूप की। फरियाद नहीं सुने जाने पर अब आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया है। डीएलएड प्रशिक्षु संयुक्त मोर्चा 2017 बैच गठित कर बीती 20 जून को लखनऊ में एनआईसी पर धरना भी दिया गया। संगठन के लखनऊ जिलाध्यक्ष शरद कुमार, रितेश अवस्थी, शिवम उपाध्याय, प्रतीक्षा त्रिपाठी, अशफाक ने मांग की है कि छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की राशि जारी की जाए। .