जल संरक्षण की अलख जगा रहे शिक्षक सुधीर
जल ही जीवन है इसको सहेजना हम सबका कर्तव्य हैं। बरसात होने के पहले जहां लोग घटते जल संसाधनों की समस्या से जहां जूझ रहे थे पशु पक्षी बेहाल थे वहीं दूसरी ओर घुघली विकासखंड के बेलवाटीकर निवासी शिक्षक सुधीर श्रीवास्तव के द्वारा खोदवाया गया तालाब पानी से लबालब भरा था। क्षेत्र के पशु पक्षी इसी तालाब में अपनी प्यास बुझाते हैं।...
महराजगंज:जल ही जीवन है, इसको सहेजना हम सबका कर्तव्य हैं। बरसात होने के पहले जहां लोग घटते जल संसाधनों की समस्या से जहां जूझ रहे थे, पशु पक्षी बेहाल थे, वहीं दूसरी ओर घुघली विकासखंड के बेलवाटीकर निवासी शिक्षक सुधीर श्रीवास्तव के द्वारा खोदवाया गया तालाब पानी से लबालब भरा था। क्षेत्र के पशु पक्षी इसी तालाब में अपनी प्यास बुझाते हैं। शिक्षा के साथ साथ उन्होंने जलसंरक्षण की वीणा उठाई। सुधीर श्रीवास्तव का तालाब जल संरक्षण के लिए मिशाल बना हुआ है। शिक्षा देने के साथ-साथ उन्होंने जल संरक्षण के बारे में सोचा और दो एकड़ जमीन में तालाब खोदवाया। इनका तालाब हमेशा पानी से भरा रहता है। मत्स्य पालन को भी बढ़ावा दे रहे हैं और सामाजिक सरोकार से जुड़े जल संरक्षण का भी काम कर रहे हैं। सुधीर श्रीवास्तव कहते हैं कि जल संरक्षण हम सभी का कर्तव्य है। इसे बचाना और संरक्षित करना हमारा धर्म है। तालाब को खोदवाकर मत्स्य पालन करके 15 से 20 लोगों को प्रतिदिन रोजगार मिल जाता है तथा आस-पास के जीव जंतु और पशु पक्षी भी इन तालाबों में अपनी प्यास बुझाते हैं।