शिक्षा नीति: नीयत अच्छी पर नीतियों में बदलाव की जरूरत
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज में शनिवार को ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति : 2019’ पर विमर्श हुआ। बतौर मुख्य वक्ता प्रो. नरेश प्रसाद भोक्ता, अधिष्ठाता एवं अध्यक्ष शिक्षा संकाय ने कहा कि 2030 तक सरकार की मंशा है कि नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक सभी विद्यार्थियों को निश्शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा की व्यवस्था की जाए। इसमें कई खामियां है। बतौर मुख्य अतिथि जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा बिहार के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा कि देश की विडंबना यह है कि शिक्षा नीति का निर्धारण शिक्षाविद् नही करता, जिससे कई तरह की विषमताएं आती हैं। अध्यक्षता करते हुए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. हरिशरण ने कहा कि किसी भी शिक्षा में समय के अनुसार उसमें परिवर्तन करना आवश्यक है। डॉ. अमरनाथ तिवारी ने शिक्षा नीति के सम्यक स्वरूप को पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दिखाया। स्वागत प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र प्रताप सिंह व संचालन आयोजन सचिव डॉ. राजशरण शाही ने किया। आभार ज्ञापन दिग्विजयनाथ एलटी प्रशिक्षण महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुमित्र सिंह ने किया।