सर जी! बच्चा चुरावे वाला घूमत बाने..स्कूल कइसे भेजीं
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : ‘सर जी! गांवें में बच्चा चुरावे वाले घूमत बाने..चुरा के किडनी निकाल लेत ताने ..लक्ष्कन के स्कूल कइसे भेजीं?’ इस तरह के सवालों से आजकल लगभग हर परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों को दो-चार होना पड़ रहा है। बच्चा चुराने वाले गिरोह को लेकर सोशल मीडिया पर फैली अफवाह ने ग्रामीण क्षेत्रों में काफी असर डाला है।
स्कूलों में बच्चों की संख्या 20 से 25 फीसद तक घटने लगी है। इस अफवाह को रोकने के लिए अभिभावकों को जागरूक करने में शिक्षक जुटे हुए हैं।
ब्रrापुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय विश्वनाथपुर के सहायक अध्यापक अभय पाठक का कहना है कि उनके विद्यालय पर अचानक बच्चों की संख्या कम होने लगी।
प्रार्थना के समय जब अन्य बच्चों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गांव में बच्चा चोर गिरोह के डर को कारण बताया। छोटे बच्चे इस बात से अधिक प्रभावित हैं। अफवाह इस कदर है कि बच्चे कई गांवों का उदाहरण भी दे रहे हैं। अभय ने कहा कि हम बच्चों को सावधानी बरतने के लिए जागरूक कर रहे हैं और इसे अफवाह बताकर उनकी हिम्मत बढ़ा रहे हैं। अभिभावकों को भी जागरूक किया गया है।
पिपराइच क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अराजी बसडीला के प्रधानाध्यापक आशुतोष सिंह का कहना है कि इस अफवाह का गांवों में काफी असर है। अचानक कई बच्चे स्कूल नहीं आए तो उनके घर जाकर अभिभावकों की बैठक बुलाकर उन्हें इस अफवाह के बारे में बताया गया।
’>>सोशल मीडिया पर बच्चा चोर गिरोह की अफवाह का परिषदीय स्कूलों पर पड़ा असर
’>>स्कूलों में घट रही उपस्थिति, घरों पर पहुंचकर समझा रहे शिक्षक
बच्चा चोरी की बात पूरी तरह अफवाह है। बच्चों पर इसका प्रभाव पड़ा है लेकिन उन्हें व उनके अभिभावकों को शिक्षक जागरूक कर रहे हैं।
भूपेंद्र नारायण सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी