पूविवि के पास नहीं है आरोपित मुक्तिनाथ कीबीएड डिग्री का डाटा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : फर्जी शिक्षकों की जांच में जुटी एसटीएफ की टीम ने 19 जुलाई को देवरिया में छापा मारकर फर्जी अंकपत्र बनाने के मामले में गोरखपुर के जिस शिक्षक को पकड़ा था, उसकी बीएड डिग्री से जुड़ा कोई डाटा पूर्वाचल विवि (पूविवि) के पास नहीं है। आइजीआरएस पर हुई शिकायत के जवाब में विवि ने स्पष्ट किया है कि इस नाम का कोई विवरण उनके पास नहीं है।
देवरिया में एसटीएफ के छापे में दो जालसाज पकड़े गए थे। इनमें से एक अश्विनी कुमार श्रीवास्तव सिद्धार्थनगर में जबकि दूसरा मुक्तिनाथ गोरखपुर जिले के बड़हलगंज क्षेत्र में शिक्षक है। एसटीएफ की कार्रवाई के बाद मुक्तिनाथ को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया है। उसके शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच कराई जा रही है, फर्जीवाड़े की पुष्टि होने पर उसे बर्खास्त किया जाएगा। एक व्यक्ति ने आइजीआरएस पर शिकायत कर मुक्तिनाथ के बीएड डिग्री के बारे में जवाब मांगा था। मुक्तिनाथ ने पूर्वाचल विवि से 2007 में यह डिग्री लेने का दावा किया था। इस शिकायत का निस्तारण करते हुए पूर्वाचल विवि ने कहा कि मुक्तिनाथ के नाम व रोल नंबर का कोई भी प्रवेश नहीं हुआ था और न ही कोई प्रमाण पत्र जारी किया गया था। बेसिक शिक्षा विभाग को अब आफलाइन सत्यापन की रिपोर्ट का इंतजार है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि आइजीआरएस की शिकायत के जवाब में पूर्वाचल विवि की ओर से फर्जीवाड़े की पुष्टि की गई है। आफलाइन सत्यापन के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।