कैसे सुधरेगी सरकारी स्कूलों की सेहत
जासं,लक्ष्मीपुर, महराजगंज: अगर शिक्षक कुर्सी पर बैठकर आराम फरमा रहे हों और बच्चे स्कूल परिसर में धमाचौकड़ी मचा रहे हों, तो इन्हें देखकर आप क्या सोचेंगे। क्या यहां पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य सवंर जाएगा? शायद कभी नहीं। कुछ यही हाल लक्ष्मीपुर क्षेत्र के सरकारी स्कूलों का है। बुधवार को‘जागरण’टीम ने कुछ विद्यालयों का हाल जाना, तो हकीकत निकलकर सामने आया।
समय- 12:15 बजे
स्थान- प्राथमिक विद्यालय जंगल गुलरिहा द्वितीय
प्रधानाध्यापक अश्वनी कुमार कार्यालय में बैठे थे। दूसरे कक्ष में अमित कुमार मिश्र बच्चों को पढ़ा रहे थे। शिक्षिका रानी चतुर्वेदी विद्यालय का भवन जर्जर होने के कारण खुले में बच्चों को पढ़ा रही थी। बच्चों ने बताया कि दोपहर का भोजन मिला है। प्रधानाध्यापक ने बताया दूध नहीं मिला, इसलिए बच्चों में नहीं वितरित किया गया।
समय- 11:55 बजे
स्थान- पूर्व माध्यमिक विद्यालय जंगल गुलरिहा
प्रधानाध्यापक कार्यालय में कुछ काम कर रहे थे। बच्चे खेल रहे थे। सहायक अध्यापक धनंजय बच्चों को पढ़ा रहे थे। परिसर में जगह -जगह गंदगी फैली हुई थी। शौचालय बदहाल दिखा। बच्चों ने बताया कि दोपहर का भोजन मिला है।