बीएसए व लेखाधिकारी समेत 11 बाबुओं पर कार्रवाई
डीएम संजीव सिंह ने टीम के साथ बीईओ मुख्यालय (डीआई कार्यालय) के दफ्तर का औचक निरीक्षण किया। यहां अंधेरगर्दी का आलम देख कर उनका पारा चढ़ गया। बीईओ मुख्यालय राकेश सचान को कार्यशैली में सुधार की चेतावनी खामियों पर बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह लेखाधिकारी विनोद व सभी 11 बाबुओं का नोटिस जारी कर इस स्थिति के लिए जवाब मांगा। सघन जांच के लिए दो एसडीएम लगाकर एक-एक पत्रावली जांचने का आदेश दिया। डीएम के तेवर से कार्यालय में हड़कंप मचा रहा।...
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: डीएम संजीव सिंह ने टीम के साथ बीईओ मुख्यालय (डीआई कार्यालय) के दफ्तर का औचक निरीक्षण किया। बाबूओं की कार्यशैली स बिगड़ी व्यवस्था देख का देख उनका पारा चढ़ गया। बीईओ मुख्यालय राकेश सचान को कार्यशैली में सुधार की चेतावनी, खामियों पर बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह, लेखाधिकारी विनोद व सभी 11 बाबुओं का नोटिस जारी कर इस स्थिति के लिए जवाब मांगा। सघन जांच के लिए दो एसडीएम लगाकर एक-एक पत्रावली जांचने का आदेश दिया। डीएम के तेवर से कार्यालय में हड़कंप मचा रहा।
निरीक्षण दौरान कार्यालय में पत्रावलियों रख-रखाव जहां बेहद खराब पाया गया वहीं गंदगी के बीच कार्यालय संचालन रहा। निरीक्षण में डीएम के साथ मौजूद रहे एडीएम न्यायिक मो. रिजवान व एएसडीएम विनय गुप्ता ने भी कमियों पर बारीक नजर रखी। निरीक्षण कर लौटे डीएम ने बताया कि जिन लिपिकों को ब्लाकों में बैठकर काम करना चाहिए वह मुख्यालय से काम कर रहे हैं, यह अत्यंत आपत्ति जनक हैं। चूंकि इससे शिक्षक को समस्या उठाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि 2013 के बाद अनेक शिक्षक व अनुचर ऐसे पाये गए हैं जिनकी वेतन वृद्धि आज तक दर्ज नहीं की गयी। 2015 शिक्षकों की सेवा पुस्तिका और जीपीएफ बुक पर इंट्री नहीं है। चिकित्सा अवकाश प्रार्थना पत्र रखे हैं, लेकिन इन्हें न तो सर्विस बुक में चढ़ाया गया है और न ही यह सक्षम अधिकारियों से स्वीकृत है। यह स्थिति संकेत दे रही है इस कार्यालय का हाल ठीक नहीं है बल्कि यहां पर बाबुओं की मनमानी चल रही है। बाबुओं के पास ब्लाक वार सर्विस बुकें एक साथ होनी चाहिए लेकिन निरीक्षण में यह एक साथ नहीं पाई गयी। पूरे प्रकरण की सघन जांच कर जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इनसेट...
हुजूर आते-आते बहुत देर..
-डीएम का निरीक्षण डीआई कार्यालय में अर्से बाद हो रहा है, अधिकांश उच्च अधिकारी बीएसए कार्यालय के निरीक्षण तक ही सीमित रह जाते है। सोमवार को जब इस कार्यालय का निरीक्षण शुरू था तो अधिकांश लोगों के मुंह से यही निकल रहा था कि हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी..।