बीआरसी पर 17 सेवानिवृत्त शिक्षकों का हुआ सम्मान
संसू, किशनी : नगर के बीआरसी पर सेवानिवृत शिक्षकों का विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर शिक्षक संघ के प्रादेशिक मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह ने कहाकि शिक्षक कभी सेवानिवृत नहीं होता, वह आजीवन शिक्षक ही रहता है।
बीआरसी पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए प्रादेशिक मंत्री ने कहा कि बच्चों के शौचालय व स्कूल की साफ सफाई से लेकर बीएलओ, जूते व बच्चों को खिलाने पिलाने तक की जिम्मेदारी शिक्षक निभाता है। आखिर शिक्षक पर ही इतनी जिम्मेदारियां क्यों डाल दी गई है। इन कामों में व्यस्त रहने वाला शिक्षक आखिर बच्चों को कब पढ़ाएगा। शिक्षक को केवल बच्चों को पढ़ाने की ही जिम्मेदारी दी जाए। शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजीव यादव ने कहा कि प्रेरणा ऐप से तकलीफ नहीं है, लेकिन अन्य कार्य एनजीओ से करवाए जाएं।
शिक्षक एवं कवि बलराम श्रीवास्तव ने काव्य पाठ कर लोगों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया। इससे पूर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीएसए विजय प्रताप सिंह ने सेवानिवृत्त सभी 17 शिक्षकों को प्रतीक चिन्ह, भागवत गीता देकर सम्मानित किया। इस मौके पर सुरेंद्र कुमार, व्योम सक्सेना, केपी सिंह, आलोक शाक्य, जीतेंद्र मौजूद रहे।
ये शिक्षक हुए सेवानिवृत: बीआरसी केंद्र पर वर्ष 2018 मार्च में सेवानिवृत्त विजेंद्र सिंह, आशाराम पांडेय, निर्मला देवी, जमुना प्रसाद, मिथिलेश कुमारी, होतीलाल, सुघर सिंह, बाबूराम शाक्य, रघुवीर सिंह, विद्यादेवी, जागेश्वर सिंह, वीरेंद्र सिंह शामिल है। वर्ष 2019 मार्च सेवानिवृत्त में सुघर सिंह, नत्थूलाल, जाधौ सिंह, धारम सिंह, सूरज पाल सहित 17 शिक्षकों को विदाई दी गई।
किशनी में आयोजित सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मान समारोह में मौजूद शिक्षक-शिक्षिकाएं’ जागरण