लखनऊ : 33 साल पुरानी मार्कशीट की गलतियां होंगी ठीक, अब तक तीन साल पुरानी मार्कशीट में होता था संशोधन
35 साल पुराने प्रमाण-पत्र में भी सुधार करेगा यूपी बोर्ड
यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के अंकपत्र व प्रमाण-पत्र में गलती से परेशान लोगों को अब राहत मिलेगी। बोर्ड के मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय में अब 35 साल पुराने प्रमाण-पत्र में भी सुधार कराया जा सकता है। वर्ष 1984 से लेकर अब तक जिन लोगों ने मेरठ परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 17 जिलों से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की है, वह अपने अंकपत्र व प्रमाण-पत्र में सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। अब आवेदकों को प्रयागराज स्थित परिषद मुख्यालय का चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसी तरह प्रयागराज, बरेली व वाराणसी से वर्ष 1986 से अब तक और गोरखपुर से वर्ष 2018 से अब तक सुधार करा सकते हैं।
हर जिले में जिविनि लेंगे बैठक
राजकीय, सहायता प्राप्त व वित्तविहीन स्कूलों की संयुक्त बैठक हर जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक लेंगे। स्कूलों को निर्देश दिया जाएगा कि प्रमाण-पत्रों में गलती को नजरअंदाज करने की बजाय अपने स्तर से सुधार कराएं। छात्र-छात्रओं के नाम, माता व पिता का नाम, जन्म तिथि में संशोधन और वर्तनी त्रुटि के कारण हुई गलती को सुधारा जाएगा। इसके बाद स्कूल प्रमाण-पत्र छात्रों को प्रदान करेंगे। यदि छात्र-छात्रएं प्रमाण-पत्र ले चुके हैं तो भी सुधार के लिए उनका सटीक मार्गदर्शन स्कूलों को ही करना है। स्कूलों में क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय सचिव का नाम, कार्यालय का फोन नंबर, ई-मेल आइडी और किस वर्ष से कब तक के संशोधन होंगे। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने आनंद सिंह बनाम उत्तर प्रदेश राज्य व अन्य 160 बटे 2014 मामले में 11 फरवरी 2014 को तीन साल बाद के जन्मतिथि संशोधन पर रोक लगा दी थी। इसमें आवेदक का तर्क यह था कि जन्मतिथि संशोधन कराकर लोग नौकरियों, प्रमोशन आदि में लाभ लेकर दूसरों का नुकसान कर सकते हैं।
यहां करें आवेदन
मेरठ परिक्षेत्र
फोन : 0121-2660742
ई-मेल : 1ेी143¬ें्र’.ङ्घे
बरेली परिक्षेत्र
फोन : 0581-2576494
ई-मेल : 1ङ्गं1ी्र’’8¬ें्र’.ङ्घे
प्रयागराज परिक्षेत्र
फोन : 0532-2622365, 2607242
ई-मेल : 1ं’’ंँंङ्गं¬िें्र’.ङ्घे
वाराणसी परिक्षेत्र
फोन : 0542-2509990
ई-मेल : 15ं1ंल्लं2्र¬ें्र’.ङ्घे
गोरखपुर परिक्षेत्र
फोन : 9454457521
ई-मेल : 1¬1ं‘ँस्र41¬ें्र’.ङ्घे।
50 फीसद वर्तनी की गलती
मेरठ परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 17 जिलों में 10 लाख से अधिक छात्र-छात्रएं परीक्षा देते हैं। ऑनलाइन व्यवस्था के पहले जहां महीनों संशोधन की भीड़ रहा करती थी वहीं अब करीब सात हजार संशोधन आते हैं। इनमें 50 फीसद वर्तनी की गलतियां होती हैं। जन्मतिथि में संशोधन अब बहुत कम हो चुके हैं। गलती हंिदूी और अंग्रेजी में अलग-अलग वर्तनी की भी है। इसीलिए परिषद ने इस साल से अग्रिम पंजीकरण व बोर्ड परीक्षा फार्म हंिदूी व अंग्रेजी दोनों में भरवाने शुरू किए हैं।
यह होंगे सुधार
तीन साल तक जन्मतिथि में सुधार होगा। तीन साल बाद जन्मतिथि, अंक परिवर्तन, विषय परिवर्तन नहीं होंगे।नाम की वर्तनी में गलती होने पर सुधार होगा। किसी के टाइटल में गलती होने पर सुधार होगा।माता-पिता के नाम, टाइटल व वर्तनी में सुधार होगा। 10वीं व 12वीं में अलग नाम होने पर सुधार होगा।संशोधन के आवेदन स्कूल प्रिंसिपल के पत्र के साथ होना जरूरी।
-प्रमाणपत्र के पीछे लिखा होता है कि प्रिंसिपल विवरण की जांच करें और गलती होने पर उसमें सुधार करा कर ही छात्रों को दें। धीरे-धीरे यह व्यवस्था पटरी से उतरी गई थी। उसे सुधारने के लिए ही दोबारा सख्ती बरती जा रही है। मेरठ परिक्षेत्र कार्यालय में वर्ष 1984 से अब तक के संशोधन होंगे।
राना सहस्त्रंशु कुमार सुमन, क्षेत्रीय सचिव मेरठ