परीक्षार्थियों के भविष्य पर प्रधानाचार्य लामबंद
जासं, एटा: जिले में दो हजार बोर्ड परीक्षार्थियों को विभाग द्वारा अनुमति पत्र निर्गत न किए जाने का प्रधानाचार्यों ने विरोध किया है।
स्काउट भवन में हुई परिषद की बैठक में प्रधानाचार्यों ने कहा कि कक्षा 10 व 12 में स्कूलों को दस वाह्य विद्यार्थियों का प्रवेश लेने के निर्देश दिए गए थे। इसी के अनुरूप सभी स्कूलों ने संबंधित प्रवेश को लेकर अनुमति पत्र के लिए पत्रवलियां कार्यालय को उपलब्ध करा दीं। इसके बावजूद समय तक न तो कोई पत्रवली पर स्वीकृति ही दी गई है और न ही निरस्त ही किया गया है। इसीक्रम में बताया गया कि शिक्षा निदेशक द्वारा जिला खेल समिति के गठन में माध्यमिक के साथ-साथ बेसिक शिक्षा के स्कूलों को भी सम्मिलित करने के लिए निर्देश दिए थे। वहीं वरिष्ठतम प्रधानाचार्यों को समिति का सदस्य व व्यायाम शिक्षक को सचिव बनाया जाना था।
इसके अलावा 15 रुपये खेल शुल्क जमा करने का विभाग ने निर्देश दिया है, जबकि नियमानुसार दो माह का 10 रुपये प्रति छात्र अंशदान जमा होने का प्रावधान है। कक्ष निरीक्षक पारिश्रमिक, प्रमोशन फाइलों का निस्तारण के अलावा अन्य समस्याओं पर भी चर्चा की। यह भी कहा कि स्कूलों की तरह बायोमैट्रिक मशीन कार्यालय पर भी लगाई जाए। अंत में दर्जनभर समस्याओं का ज्ञापन डीआइओएस एमपी सिंह को सौंपा। इस दौरान डा. पीपी सिंह, डा. दिनेश वशिष्ठ, डा. विनीता तिवारी, अभिलाख सिंह यादव, विजेंद्र सिंह यादव, मनोज तिवारी, डा. सुधीर गुप्ता, डा. नंदलाल यादव, डा. रामनिवास, गंगा सहाय वर्मा, रमेशचंद्र यादव, सोमेश शर्मा, राकेशचंद्र, दुर्वेश यादव, राघवेंद्र मिश्र, श्याम सिंह बघेल, रामनरेश आदि प्रधानाचार्य मौजूद थे।
स्काउट भवन में माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्यो की बैठक को संबोधित करते जिला मंत्री डा. सुधीर गुप्ता ’ जागरण
जागरण संवाददाता, एटा: उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने सोमवार को बीएसए कार्यालय पर धरना देकर प्रेरणा एप का विरोध किया। संगठन के नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि प्रेरणा एप को वापस न लिया गया तो आंदोलन और तेज होगा। शिक्षकों ने एक बार फिर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन बीएसए को सौंपकर अपनी मांगें रखीं।
दोपहर बाद कार्यालय पर शुरू हुए धरना में जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि इस तरह की प्रक्रिया शिक्षकों की निजता पर प्रहार है। मंडलीय अध्यक्ष रजनीश यादव ने एप की खामियां बताते हुए स्पष्ट किया कि इसे वापस न लिया गया तो बड़े पैमाने पर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
अन्य वक्ताओं ने कहा कि तैयार किए गए एप में तमाम कमियां हैं। इसके संबंध में शासन को ज्ञापन और शिक्षा मंत्री को व्यक्तिगत वार्ता के दौरान भी अवगत कराया जा चुका है। ऐसे में एप के निर्णय को सरकार तत्काल वापस करे। एप डाउनलोड करने के लिए किसी भी तरह का दवाब न बनाया जाए। चेतावनी दी कि यदि 28 तक मांगों पर अमल नहीं किया गया तो 30 सितंबर को विशाल प्रदर्शन होगा। इस दौरान जिला मंत्री राजीव वर्मा, मुनेश सिसौदिया, मनीष दुबे, राजीव वर्मा, लोकपाल सिंह, वीरपाल सिंह, सोमेंद्र प्रताप, नागेंद्र प्रताप सिंह, पुष्पेंद्र चौहान, अनुराग उपाध्याय, डा. नंदलाल निर्भय, मनोज यादव पीटीआई, विवेक यादव, सौरभ मिश्र, प्रवीन यादव, मधु शाक्य, अंबिका सिंह, ओमेंद्र प्रताप आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय पर प्रेरणा एप के विरोध में धरना प्रदर्शन करते शिक्षक ’ जागरण
बैठक में उपस्थित माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्य ’ जागरण