मीना मंच के माध्यम से दूर हुआ बालिकाओं के मन का डर
संसू, बछरावां (रायबरेली) : समग्र शिक्षा अभियान जेंडर इक्विटी के तहत बालिकाओं को मुखर, निडर, साहसी, उत्साही बनाने के उद्देश्य से पांच दिवसीय पपेट एवं थिएटर कार्यशाला का आयोजन किया गया है। चौथे दिन गुरुवार को राज्य परामर्शी ने इसका अवलोकन किया।
राज्य परामर्शी सरिता सिंह ने कहा कि जो बच्चे अपनी बात नहीं कह पाते, वह थिएटर और पपेट के द्वारा सशक्त अभिव्यक्ति कर सकते हैं। उन्होंने बच्चों को स्वच्छता, सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों से बचने की अपील की। प्रशिक्षण प्रभारी एसएस पांडे ने सशक्त एवं प्रभावशाली मीना मंच के संचालन की बागडोर संभालने के लिए बालिकाओं को आगे लाने की बात कही। बीईओ पदम शेखर मौर्य ने कहा कि सभी प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मीना मंच का गठन कराकर बच्चों के कौशल का विकास कराया जा रहा है। सहयोगी प्रशिक्षक रुचि लोगानी ने बताया कि मीना मंच के माध्यम से बालिकाओं के अंदर से डर दूर हुआ है। अब वह अपनी बातें हिम्मत के साथ कह पा रही हैं। बच्चों का कौशल विकास हो रहा है। इस मौके पर शीलू पांडे, वेद प्रकाश शुक्ल, पूर्ति द्विवेदी, वीरेंद्र कुमारी, सीमा कुमारी, ममता रानी आदि मौजूद रहे।
पांच दिवसीय पपेट एवं थिएटर कार्यशाला का हुआ आयोजन
बछरावां क्षेत्र के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में आयोजित कार्यशाला में मौजूद छात्र-छात्रएं व शिक्षक ’जागरण