विद्यालयों द्वारा दी गई सूचनाओं का हो रहा सत्यापन
संसू, प्रतापगढ़ : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटर की बोर्ड परीक्षा के लिए बनाए जाने वाले केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कालेजों द्वारा दी गई सूचनाओं का सत्यापन का कार्य चल रहा है। यह दो दिन के भीतर पूरा हो जाएगा। इसके बाद डाटा बोर्ड को भेजा जाएगा।
बोर्ड परीक्षा में पिछले वर्ष 210 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। जिले में कुल 664 माध्यमिक विद्यालयों ने सारी सूचनाएं वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसमें सीसीटीवी, वायस रिकार्डर, डेस्क बेंच, बाउंड्री, पेयजल की व्यवस्था, प्रकाश की व्यवस्था के साथ ही मुख्य मार्ग से दूरी आदि शामिल है। अब शिक्षा विभाग द्वारा सभी तहसीलों में एक-एक प्रभारी के साथ एक-एक सहायक प्रभारी लगाकर विद्यालयों द्वारा दी गई सूचनाओं का सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन के लिए कुंडा तहसील में राजकीय विद्यालय के प्रधानाचार्य उमेश कुमार को प्रभारी तथा राजकीय इंटर कालेज के शिक्षक नसरत अली को सहायक बनाया है। इसी प्रकार लालगंज तहसील में जीआइसी के प्रधानाचार्य राजकुमार सिंह को प्रभारी बनाया गया है। सदर तहसील के विद्यालयों के सत्यापन के लिए राजकीय विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेंद्र यादव व सह प्रभारी के रूप में जीआइसी के शिक्षक संतोष मिश्र को लगाया गया है। पटटी व रानीगंज तहसील के कालेजों के सत्यापन के लिए राजकीय विद्यालय के प्रधानाचार्य इनारू प्रसाद के साथ सहायक के रूप में जीआइसी के शिक्षक अर¨वद कुमार सिंह को लगाया गया है। विद्यालयों द्वारा दी गई सूचनाओं का सत्यापन दो दिनों में पूरा हो जाएगा। इसके बाद इसका पूरा डाटा माध्यमिक शिक्षा परिषद को भेज दिया जाएगा। परीक्षा केंद्रों का निर्धारण बोर्ड से ही होगा। इस बार की बोर्ड परीक्षा में 20 किमी तक की परिधि में आने वाले विद्यालयों को भी केंद्र बनाया जा सकता है। गत वर्ष 12 किमी तक की परिधि में आने वाले विद्यालयों का विवरण मांगा गया था। यूपी बोर्ड ने इस बार संपर्क मार्ग से 20 किमी तक की परिधि में आने वाले स्कूलों का विवरण मांगा है। विद्यालयों के मध्य दूरी का विवरण भी मै¨पग वाणिज्य जियो टै¨गग के माध्यम से दिया जाना है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटर की परीक्षा के लिए केंद्र बनाने का दायित्व बोर्ड का है। विद्यालयों द्वारा दी की सूचनाओं का सत्यापन कराया जा रहा है। इसके बाद पूरी सूची बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। सत्यापन का कार्य दो दिनों के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
-डॉ. संतोष कुमार सिंह, डीआइओएस।