सिद्धार्थनगर बीएसए के स्टेनो और फर्जी शिक्षक समेत पांच गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : एसटीएफ की गोरखपुर इकाई ने सोमवार रात सिद्धार्थनगर बीएसए(बेसिक शिक्षा अधिकारी) के स्टेनो, एक फर्जी शिक्षक समेत पांच लोगों को गोरखपुर क्लब के पास से गिरफ्तार किया। इनसे रिश्वत के 2.50 लाख रुपये, फर्जी प्रमाण पत्र, स्कॉर्पियो गाड़ी और कई जनप्रतिनिधियों के लेटर पैड मिले।
आरोपित फर्जी दस्तावेज पर नौकरी कर रहे शिक्षकों को ब्लैकमेल कर धनउगाही कर रहे थे। एसटीएफ इंस्पेक्टर ने कैंट थाने में इनके खिलाफ खिलाफ साजिश के तहत फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। बीएसए की भूमिका की जांच हो रही है।
फर्जी शिक्षक भर्ती मामले की जांच एसटीएफ गोरखपुर कर रही है। प्रभारी इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह को सूचना मिली कि स्टेनो हरेंद्र सिंह फर्जी दस्तावेज पर नौकरी करने के आरोप में बर्खास्त किए गए 29 शिक्षकों को बचाने के लिए उनके प्रमाण पत्र का फिर से सत्यापन करा रहा है। बहाल कराने का भरोसा देकर चार से पांच लाख रुपये वसूल रहा है। स्टेनो ने फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे 400 शिक्षकों की सूची बनाई है। जनप्रतिनिधियों व समाजसेवी के लेटर पैड पर इन लोगों की शिकायत बीएसए से करता है और जेल भेजने की धमकी देकर रुपये वसूलता है।
जांच में आरोप सही पाए गए। फर्जी प्रमाण पत्र पर उस्का बाजार के प्राथमिक विद्यालय विभटिया में नौकरी कर रहे कुशीनगर, अहिरौली के बरवा बांवर निवासी सच्चिदानंद पांडेय और प्राथमिक विद्यालय दुर्गजोत में तैनात चिलुआताल, मानबेला निवासी प्रतिभा मिश्र के पति अवधेश को भरोसा दिया था कि प्रमाणपत्र में गड़बड़ी है, उसे ठीक करा देगा। सोमवार की रात रुपये लेने के लिए इन लोगों को गोरखपुर क्लब के पास बुलाया था।
सूचना पर टीम के साथ पहुंचे एसटीएफ इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह ने बस्ती, हरैया के कसदेवा कुंवर निवासी हरेंद्र सिंह, उसके साथी बलरामपुर जिले के रतनपुर गौरा निवासी बाबूलाल चौधरी और ड्राइवर गोंडा जिले के तरबगंज, जमुथा निवासी चंद्रदेव पांडेय, रिश्वत देने आए सच्चिदानंद पांडेय व अवधेश मिश्र को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद सभी को कैंट पुलिस के हवाले कर दिया गया।
2.50 लाख रुपये नकद, फर्जी दस्तावेज, स्कार्पियो बरामद
पुलिस अभिरक्षा में गिरफ्तार आरोपित ’ जागरण
स्टेनो पर है 50 लाख के गबन का भी आरोप : हरेंद्र सिंह 2013 में श्रवस्ती जिले में तैनात था। उस पर 50 लाख रुपये का गबन का आरोप लगा था। जांच में आरोप सही मिलने पर मुकदमा दर्ज हुआ था।
संयुक्त आयुक्त उद्योग पर दुष्कर्म के प्रयास का मुकदमा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : संयुक्त आयुक्त, उद्योग आशुतोष त्रिपाठी पर गोरखनाथ इलाके की एक युवती ने दुष्कर्म की कोशिश करने का आरोप लगाया है। मामले में 21 सितंबर को उसने क्षेत्रधिकारी गोरखनाथ प्रवीण सिंह को तहरीर दी थी। उनके निर्देश पर गोरखनाथ पुलिस ने मंगलवार को मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। युवती के मुताबिक उसे सिलाई मशीन की जरूरत थी। रिश्ते के भाई मोहल्ले के ही जमशेद ने संयुक्त आयुक्त उद्योग आशुतोष त्रिपाठी से अच्छे संबंध होने की बात कहते हुए उद्योग विभाग से मशीन दिलाने का आश्वासन दिया था। 19 सितंबर को जमशेद के कहने पर वह 10 नंबर बोरिंग स्थित उद्योग विभाग के कार्यालय में आशुतोष त्रिपाठी से मिलने गई। आशुतोष त्रिपाठी ने मशीन दिलाने की बात कही और उसे कार्यालय परिसर में ही स्थित आवास में लेकर चले गए। वह कुछ समझ पाती इससे पहले उन्होंने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी और दुष्कर्म की कोशिश करने लगे।