गणित, विज्ञान और अंग्रेजी में दक्ष होंगे परिषदीय स्कूलों के बच्चे
धर्मेश शुक्ला लखीमपुर पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया जी हां इसी सूत्र वाक्य को आधार बनाकर अब कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर एसइआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद) परिषदीय स्कूलों के बच्चों की दक्षता परखेगी।...
लखीमपुर : अब कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर एसईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद) परिषदीय स्कूलों के बच्चों की दक्षता परखेगी। कक्षा पांच से आठ तक के विद्याíथयों की गणित, अंग्रेजी, हिदी, विज्ञान और सामाजिक विषय के ज्ञान का मूल्यांकन होगा। परीक्षा की सुचिता बनाए रखने के लिए हर विद्यालय में पर्यवेक्षक नियुक्त होंगे। डीएलएड प्रशिक्षुओं को कापियां जांचने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसके बदले पारिश्रमिक मिलेगा। डीएम व एसडीएम की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति परीक्षा प्रक्रिया पर नजर रखेगी। नीति आयोग की ओर से परिषदीय स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत छात्रों की लर्निंग आउट कम (विषयों में दक्षता) परखने का निर्णय लिया गया है। खीरी जिले में होने वाली इस परीक्षा में करीब तीन लाख बच्चे शामिल होंगे।
नवंबर और फरवरी में होगी परीक्षा
कक्षा पांच से आठ तक के सभी छात्र-छात्राओं की कान्वेंट की तर्ज पर परीक्षा कराई जाएगी। सितंबर माह के अंत में होने वाली परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी एससीइआरटी को सौंपी गई है। पहले नवंबर में फिर फरवरी माह के अंत में दोबारा परीक्षा कराई जाएगी। परीक्षा के लिए न्याय पंचायत स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। साथ ही प्रत्येक स्कूल में एक पर्यवेक्षक तैनात रहेंगे। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने को जिलाधिकारी के नेतृत्व में जनपद स्तर व एसडीएम की अध्यक्षता में तहसील स्तर पर समिति गठित की जाएगी। बीईओ स्कूलों में तैनात होने वाले पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करेंगे।
दो घंटे में हल करने होंगे 50 प्रश्न
कक्षा पांच से आठ तक के छात्र-छात्राओं से 50 बहु विकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। इसे हल करने के लिए दो घंटे का समय दिया जाएगा। नोडल अधिकारियों के साथ ही पर्यवेक्षक परीक्षा पर नजर रखेंगे, जिससे कि नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराई जा सके। डीएलएड प्रशिक्षुओं को रोजाना 150 कापियां जांचने का लक्ष्य दिया जाएगा।
शासन से परिषदीय छात्र-छात्राओं की दक्षता परीक्षा कराने का आदेश मिला है। खीरी जिले में करीब तीन लाख बच्चे इस परीक्षा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। शासन की मंशानुरूप परीक्षा सकुशल संपन्न कराई जाएगी।
बुद्धप्रिय सिंह, बीएसए