फर्जी शिक्षकों की तलाश में छूट रहे पसीने
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षकों की तलाश में विभाग को पसीने छूट रहे हैं। विभिन्न सहायक अध्यापक भर्ती के दौरान फर्जी मिले 55 शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कराकर अफसर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जबकि एक भी फर्जी शिक्षक अब तक कानून की गिरफ्त में नहीं आ सका है। सूत्र की मानें तो फर्जी शिक्षकों का एक जाल है। जो इन्हें पुलिस से बचाने में मदद कर रहा है। इसमें विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता है।...
बलरामपुर :
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षकों की तलाश में विभाग को पसीने छूट रहे हैं। विभिन्न सहायक अध्यापक भर्ती के दौरान फर्जी मिले 55 शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कराकर अफसर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जबकि एक भी फर्जी शिक्षक अब तक कानून की गिरफ्त में नहीं आ सका है। सूत्र की मानें तो फर्जी शिक्षकों का एक जाल है। जो इन्हें पुलिस से बचाने में मदद कर रहा है। इसमें विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता है। इन पर दर्ज है मुकदमा :
-वर्ष 2015-16 में 72,825 शिक्षक भर्ती के तहत जिले में 21 शिक्षक कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नौकरी हथियाने के आरोप में बर्खास्त हुए थे। इन पर पूर्व में ही मुकदमा दर्ज हो चुका है। जबकि 10800 व 10000 सहायक अध्यापक भर्ती के तहत नियुक्ति पाने वाले 24 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ हाल ही में कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कराने की बात कही जा रही है। इनमें अर्चना अग्रहरी, संगीता देवी, संजू शुक्ला, रितु द्विवेदी, सत्येंद्र त्रिपाठी, उपेंद्र कुमार राय, मनोज कुमार, राम प्रताप चौधरी, कंचन लता पांडेय, रंजना त्रिपाठी, शिवपूजन गुप्त, सोनी राजपाल, रीता पांडेय, अजय कुमार पांडेय, संदीप कुमार वर्मा, विपिन कुमार मिश्र, संतोष कुमार मिश्र, दीनानाथ गुप्त, ब्रह्मानंद, राजेश दूबे, श्वेता त्रिपाठी, श्याम नरायन सिंह, अर्चना त्रिपाठी व लालबहादुर वर्मा शामिल हैं। साथ ही 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत फर्जी मिले आगरा जनपद के मनोज कुमार प्रजापति, प्रदीप कुमार, अंजू सिंह, प्रवीण कुमार, शिरीश कुमार, अंकुर गौतम व बलरामपुर की शगुफ्ता जोहरा, इफत आयशा, कृष्ण गोपाल शुक्ल व रामगोपाल शुक्ल के खिलाफ कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज हुआ है। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर रामाश्रय राय का कहना है कि फर्जी शिक्षकों से जुड़े तीन अलग-अलग मामले दर्ज हैं। तीनों मामलों में 37 शिक्षकों के खिलाफ विवेचना चल रही है