बीएसए कार्यालय में लिपिक और शिक्षामित्र भिड़े, हाथापाई की नौबत
हिन्दुस्तान टीम,फर्रुखाबाद कन्नौज : मानदेय के भुगतान को लेकर बीएसए कार्यालय में बुधवार को हंगामा खड़ा हो गया। शिक्षा मित्र ने जब बकाया मानदेय की मांग की तो मामला गरमा गया। शिक्षा मित्र और एक लिपिक के बीच नोकझोंक होने के बाद हाथापाई की नौबत आ गई। बीएसए के सामने हुई इस घटना के बाद अफरा तफरी का माहौल हो गया। शिक्षामित्र संगठन के नेता रिषीपाल सिंह ने जैसे तैसे शिक्षा मित्रों को अलग कर मामले को निपटाया। नवाबगंज ब्लाक के भंगौरा गांव में कार्यरत शिक्षा मित्र का मानदेय वर्ष 2017-18 का पांच माह का रुका हुआ है। इसको लेकर पूर्व में ही शिक्षामित्र ने बीएसए के अलावा अन्य अधिकारियों से शिकायत की थी। इसके बाद भी उसका मानदेय भुगतान नहंी हुआ। जबकि प्राथमिक विद्यालय चंदुइया में कार्यरत एक अन्य शिक्षामित्र का पांच माह का मानदेय मिल गया है। बुधवार को शिक्षामित्र शाम को बीएसए कार्यालय में पहुंचा और अपने मानदेय को लेकर एक लिपिक से बातचीत की। उसने बताया कि जब उसके साथी का पांच माह का शेष मानदेय मिल सकता है तो उसका क्यों नहीं। इसी बात को लेकर यहां गरमा गरमी हो गई। शिक्षामित्र जगतपाल के साथ आए अन्य शिक्षा मित्र भी आग बबूला हो गए। देखते ही देखते नोकझोंक बढ़ गई। इस बीच हाथापाई की भी नौबत आ गई। जिस समय यह घटना हुई उस समय बीएसए भी मौजूद थे। उन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि ग्रांट आने पर मानदेय का भुगतान कर दिया जाएगा। वहीं लिपिक का कहना है कि अभी ग्रांट मौजूद नहंी है जैसे ही ग्रांट आती है भुगतान होने में कोई समस्या नहंी आएगी।