प्रेरणा ऐप को शिक्षामित्रों व अभिभावकों का समर्थन
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : परिषदीय स्कूलों में प्रेरणा एप का कतिपय शिक्षक नेता व कुछ शिक्षक विरोध कर रहे हैं।
वहीं शिक्षामित्र एवं अभिभावक एप के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं। इनका कहना है कि एप से विद्यालयों को छोड़कर गायब रहने वाले शिक्षकों पर नकेल लगेगी।
बोले,गायब रहने वाले शिक्षकों पर लगेगी लगाम, मूल काम से हटकर राजनीति करने वाले शिक्षक लगा रहे सरकार पर आरोप
प्राथमिक शिक्षा में सुधार के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। प्रेरणा एप से निश्चित ही छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी। शिक्षामित्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हैं। शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए 20 वर्षों से काम कर रहा हैं। आगे भी करता रहेगा।
हेमन्त शुक्ला, अध्यक्ष आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन
प्रेरणा एप से घूमने वाले शिक्षकों के लिए समस्या है। बाकी लोगों के लिए कोई दिक्कत नहीं है। बेसिक शिक्षा में सुधार के लिए सरकार का प्रयास सराहनीय है। इसका विरोध नही करना चाहिए। शिक्षामित्र सदैव शिक्षा को लेकर गंभीरता से कार्य कर रहे हैं। सरकार को पूरा समर्थन है।
पवन शुक्ला, शिक्षामित्र
बेसिक शिक्षा की हालत में सुधार करने के लिए सरकार प्रेरणा एप लांच किया है। जिससे गायब रहने वाले शिक्षक के लिए दिक्कत है। विद्यालय पर नियमित रहने वाले शिक्षक एवं शिक्षामित्रों को कोई दिक्कत नहीं है। इस एप से छात्रों की संख्या में हेराफेरी करने वालों पर नकेल कसेगा।
विजय गुप्ता, शिक्षामित्र
सरकार ने प्रेरणा एप लागू कर फर्जीवाड़ा पर पूरी तरह से अंकुश लगा दिया है। हम सब सरकार के निर्णय के साथ हैं। हाजिरी लगाकर गायब रहने वालों के लिए यह एप नकेल साबित होगा। सरकार ने सही समय पर सही फैसला लिया है। हम इसका स्वागत करते हैं।
साधना श्रीवास्तव, शिक्षामित्र
इस सरकार ने बेसिक शिक्षा में सुधार करने के लिए अच्छा प्रयास किया है। हम सभी अपने बच्चों को सरकारी विद्यालय में भेजेंगे।
सरकार द्वारा दिया जाने वाला सभी साधन बच्चों को मिलेगा। इसका किसी भी शिक्षक को विरोध नहीं करना चाहिए।
सुनील यादव, अभिभावक
शिक्षक नेता बेवजह प्रेरणा एप का विरोध कर रहे हैं। स्कूल से तमाम शिक्षक अधिकारी से सेटिंग करके गायब रहते हैं। ऐसे लोगों पर नकेल लगेगा। अक्सर तमाम शिक्षक स्कूल देर से आते जाते हैं। इस एप से लोग समय से विद्यालय आएंगे। शिक्षा में गुणात्मक सुधार होगा।
राजेश पासवान, अभिभावक
परिषदीय विद्यालयों में प्रशिक्षित शिक्षक रहने के बाद भी कान्वेंट स्कूल में बच्चे पढ़ाई करना पसंद करते हैं। जहां हम अभिभावकों को लूटा जाता है। अगर सरकारी विद्यालयों की पढ़ाई में सुधार होगा तो निश्चित ही हमारे बच्चे निश्शुल्क बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
राम नवल यादव, अभिभावक
सरकारी विद्यालयों में सभी सुविधा होने के बाद भी कान्वेंट विद्यालय में अधिक छात्र पढ़ते हैं। इन विद्यालयों में अप्रशिक्षित शिक्षक अधिक संख्या में होते हैं। जबकि सरकारी विद्यालय में प्रशिक्षित शिक्षक कार्यरत हैं। फिर भी लोग सरकारी विद्यालयों से बच्चों को दूर रखते हैं। एप से व्यवस्था में सुधार होगा।
कृष्ण चंद्र चौधरी, अभिभावक