देखते ही बनती है रामपुर चौधरी गांव की सूरत
मनोज शुक्ला, जामों, (अमेठी)
मन में कुछ अच्छा करने की इच्छा हो, तो रास्ते अपने आप बन जाते हैं। जिले के जामों विकास खंड के गांव रामपुर चौधरी में पिछले कुछ सालों में हुए विकास कार्यो ने गांव की सूरत ही बदल दी है। गांव में वह सब कुछ है, जो शहरों में होता है। गांव को शहर बनाने की प्रबल इच्छा शक्ति के साथ ग्राम प्रधान दयाशंकर द्विवेदी ने चुनाव जीतने के साथ ही विकास का एक मजबूत खाका तैयार किया।
ग्राम प्रधान की मानें तो उनकी योजना में गांव के साथ विकास महकमे के अधिकारियों का भी भरपूर सहयोग मिला। सभी की आपसी समझ व सहयोग से शुरू हुए विकास कार्यों ने देखते ही देखते रामपुर चौधरी गांव को विकास की अगली पंक्ति में लाकर खड़ा कर दिया है । 2011 में हुई जनगणना के मुताबिक गांव की कुल आबादी 2, 580 है। गांव में अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 32 आवासों का निर्माण हुआ है। दो सौ 32 घरों में शौचालय बने हुए हैं। गांव में 2,500 मीटर लंबी सीवर लाइन भी बनाई गई है। इतना ही नहीं गांव को स्वच्छ व सुंदर बनाए रखने के लिए जगह-जगह पर 50 बडे डस्टबिन भी लगाए गए हैं। गांव में पिछले कुछ दिनों में एक हजार से अधिक पौधे लगाए गए और उनका संरक्षण भी किया जा रहा है ।
मिला सम्मान तो खिल उठे चेहरे : दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार की घोषणा हुई तो उसमें रामपुर चौधरी गांव का नाम भी शामिल होने की जानकारी होने पर ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे और लोगों ने ग्राम प्रधान को बधाई देते हुए कहा कि आपसी सहयोग व इमानदारी से आज बड़ा मुकाम हासिल हुआ है।
प्रधान की मेहनत से गांव को मिला सम्मान, सुविधाएं पाकर ग्रामीण खुश
लोगों को आकर्षिक करता जामों के रामपुर चौधरी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय ’ जागरण
ग्राम प्रधान निर्वाचित होने के बाद हमने अपनी ग्राम पंचायत को आदर्श रूप में विकसित करने का खाका बनाया। जिसमें सभी ने सहयोग किया और आज हम उस मुकाम पर हैं, जहां पहुंचने के लिए दूसरी ग्राम पंचायतें सोच रहीं हैं।
-दयाशंकर द्विवेदी,ग्राम प्रधान, रामपुर चौधरी