बाढ़ भी न ले पाई संजना का इम्तिहान
मुकेश चंद्र श्रीवास्तव ’ वाराणसी
नाम संजना मौर्या। पढ़ाई कक्षा आठवीं की। सिर पर अर्धवार्षिक परीक्षा और घर पानी-पानी। करे तो क्या करे, बाढ़ ने बढ़ा दी है परेशानी। सामने आए इस संकट और परीक्षा दोनों को पास तो करना ही है। सोने को बिस्तर है लेकिन रहने लायक घर नहीं। जिंदगी राहत शिविर के टेंट में गुजर रही है। तमाम चुनौतियों का एक साथ सामना, वह भी टेंट में। इसके बाद भी संजना ने हौसला नहीं खोया है। दुश्वारियों का सामना करते हुए वह पूरी लगन से पढ़ाई में जुटी है। शुक्रवार को अर्धवार्षिक परीक्षा के तहत इतिहास का पेपर है।
बाढ़ राहत शिविर है तो स्वाभाविक है कि नेता, अधिकारी, मीडिया का आना-जाना लगा है, लेकिन संजना पर इसका कोई असर नहीं। इतिहास के उत्तर याद करने के लिए उसकी नजरें नोट बुक पर टिकी हुई हैं। नवयुग विद्या मंदिर इंटर कालेज में पढ़ने वाली संजना ने बताया कि उसका लक्ष्य परीक्षा को अच्छे अंक से पास करना है। बताया कि रात को बिजली नहीं रहने पर वह मोबाइल या मोमबत्ती की रोशनी से पढ़ती है। कुछ ऐसी ही कहानी नौवीं में पढ़ने वाली प्रिया पांडेय, रामेश्वर उपाध्याय की है। प्रिया ने बताया कि बाढ़ के कारण घर में पानी भर गया है। इसके कारण राहत शिविर में रहना पड़ रहा है। काशी में बाढ़ गंगा एवं वरुणा के किनारे निचले हिस्से में आफत बन गई है। घरों में पानी भरने के बाद लोग बच्चों से राहत शिविर या अन्य ठिकानों पर जीवन-यापन करने को मजबूर हैं। इसी बीच कई स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू हो गई। जिससे विद्यार्थियों के सामने एक बड़ा संकट आ गया।
ढ़ेलवरिया के लोग बाढ़ से हुए बेघर। राहत शिविर में पढ़ती संजना मौर्या ’ जागरण
’बाढ़ के बीच पढ़ाई, मुश्किलों में अद्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी
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एक और मकान का जर्जर हिस्सा गिरा
जासं, वाराणसी : प्राचीन नगरी काशी में पुराने व जर्जर मकानों के गिरने का क्रम बना हुआ है। गुरुवार को भी अगस्त्यकुंडा स्थित कालिका कोठी का जर्जर एक हिस्सा गिर गया। संयोग था कि इसमें जान-माल की क्षति नहीं हुई लेकिन बीते तीन दिनों में तीन जर्जर मकान गिरने की घटना से संकरी गलियों के रहनवार दहशत में हैं। उन्होंने नगर निगम के अफसरों से मुलाकात कर जर्जर मकानों को गिराने की गुहार लगाई है। नगर निगम के मुख्य अभियंता एसपी सिंह ने नए सिरे से कार्रवाई का मन बनाया है। जोनवार सर्वे कर जर्जर मकानों को नोटिस के दायरे में लाने की कवायद शुरू करने जा रहे हैं। बताया कि पहले से ही तीन सौ के करीब जर्जर मकानों को नोटिस दिया गया है।