नहीं बन रहा एमडीएम, भूखे पेट पढ़ाई
जागरण संवाददाता, पिपरौली, गोरखपुर : परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की सेहत सुधारने के लिए मध्याह्न् भोजन के जरिये गरम भोजन दिया जाता है, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही से बच्चों को भोजन नहीं नसीब हो रहा है। ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय कटका में पिछले चार दिनों से भोजन नहीं बन रहा है और बच्चों को भूखे पेट पढ़ाई करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। हालांकि प्रधानाध्यापिका का दावा है कि ग्राम प्रधान की तरफ से राशन ही नहीं उपलब्ध कराया जा रहा है।
शासन की तरफ से सारी व्यवस्था होने के बाद भी जिम्मेदारों की लापरवाही से बच्चों को लाभ नहीं मिल रहा है। पिपरौली ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय कटका में पिछले चार दिनों से एमडीएम नहीं बन रहा है। विद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा दो के छात्र आलोक कुमार ने कहा कि चार दिनों से दोपहर में भोजन नहीं मिल रहा है।
कक्षा दो की छात्र अन्नू कुमारी का कहना है कि दोपहर में खाना खाने के लिए घर जाना पड़ता है।
प्रधानाध्यापिका अंजूम नीरा ने कहा कि प्रधान राशन नहीं दे रहे हैं। इसकी जानकारी अधिकारियों को भी दी गई है। बीईओ पिपरौली राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि एमडीएम नहीं बनाए जाने की जानकारी नहीं मिली है। ग्राम प्रधान से बात करके भोजन की व्यवस्था करवाई जाएगी।
पिपरौली ब्लाक स्थित प्राथमिक विद्यालय कटका के रसोइघर में लगा ताला ’ जागरण
शिक्षकों की पाठशाला वीआरसी बदहाल
जासं, पिपराइच, गोरखपुर: शिक्षकों की पाठशाला कहा जाने वाला ब्लाक संसाधन केंद्र पिपराइच इन दिनों गंदगी व बदहाली का दंश ङोल रहा है। कुछ बाहरी लोगों ने कब्जा भी कर रखा है। यहां ठेके पर चल रही सफाई अभियान के चलते परिसर में गंदगी का अंबार लगा है। उसी के बीच यहां पर बच्चों के लिए भोजन भी बनता है।
विकास खंड के सभी शिक्षक, प्रधानाचार्य व संकुल प्रभारी समय- समय पर प्रशिक्षण के लिए बीआरसी पर बुलाए जाते हैं। इसके बावजूद परिसर में चारों और बड़ी-बड़ी घास उग आई हैं। इसी परिसर के प्रथम खंड में स्थित प्राथमिक पाठशाला के बच्चों का मध्याह्न् भोजन भी बनता है। परिसर के स्टोर रुम में कबाड़ बीनने वालों का अवैध कब्जा है। यहां की चहारदीवारी टूटी पड़ी है। आस-पास के लोग कूड़ाघर समझ अपने घरों का कचरा भी फेंकते हैं। बरसात में पूरा छत टपकता है। छत पर घास फूस उग आई है। लोग यहां कपड़ा सूखाने का कार्य करते हैं, तो कुछ यहां वाहनों की पार्किंग करते हैं। बीआरसी में तीन परिचायक मिले उन्होंने बताया कि सफाई की जिम्मेदारी हमारी नहीं है। यहां कोई स्थाई बीईओ नहीं होने से चरगांवा को प्रभार मिला है। प्राथमिक विद्यालय प्रथम के प्रधानाध्यापक राम प्रताप सिंह ने कहा कि रसोईघर की साफ-सफाई कराकर बेहतर माहौल बनाया जाएगा। बीआरसी के बीईओ राजेश ने कहा कि सभी कमियों को शीघ्र ही दूर कर दिया जाएगा।
बीआरसी परिसर में लोगों के सूखते कपड़े
’>>ठेके पर चल रहा स्वच्छता अभियान परिसर में गंदगी का अंबार
’>>झाड़ व गंदगी के बीच बनता है स्कूल के बच्चों का मध्याह्न् भोजन
परिसर में स्थित प्रावि में उगी घास