नैक मूल्यांकन में ए ग्रेड लाना सबकी जिम्मेदारी
जागरण संवाददाता, गोरखपुर: नैक कराना विवि की जिम्मेदारी है। हमें कोशिश कर ए ग्रेड लाना है। विवि के नवनियुक्त शिक्षक के आने से विवि समृद्ध हुआ है। यह बातें दीनदयाल उपाध्याय विवि के कुलपति प्रो.विजय कृष्ण सिंह ने कही। वह शनिवार को विवि के गणित विभाग में नैक मूल्यांकन के तहत सेल्फ स्टडी रिपोर्ट तैयार के लिए आयोजित विभागीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गोरखपुर विवि का अपना एक अलग स्थान है। सभी शिक्षकों के ऊपर नैतिक जिम्मेदारी है कि समन्वय बनाते हुए नैक कराए तथा ग्रेड लाए। कुलाधिपति के अनुसार तैयारियां अक्टूबर तक पूरी हो जानी चाहिए।
प्रथम सत्र में नैक के संयोजक प्रो. सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नैक मूल्यांकन में गुणवत्ता के लिए सात मानदंड निर्धारित किए गए है। कार्यशाला में नैक मूल्यांकन के सातों मानदंडों को कार्यशाला में विभिन्न सत्रों में उनके भरांकों के विस्तृत विवरण के साथ दिया गया। द्वितीय सत्र में पाठयक्रम के पहलू के 150 भरांकों की अलग-अलग श्रेणी में बांटे गए नंबरों के अनुसर डॉ. मनीष कुमार श्रीवास्तव तथा आलोक कुमार ने प्रस्तुति दी। तृतीय सत्र में प्रो.दिनेश यादव एवं डॉ. तुलिका मिश्र ने अनुसंधान नवाचार तथा विस्तार के बारे में बताया। चतुर्थ तथा पंचम सत्र में प्रो. संदीप कुमार एवं डॉ. श्रद्धा शुक्ला ने शोध के चारों मानदंडों की विस्तृत व्याख्या की।
इस अवसर पर प्रो. विजय चहल, प्रो. उपेंद्र नाथ तिवारी, प्रो. मनीष मिश्र, डॉ. अमित कुमार उपाध्याय, डॉ. मनोज कुमार आदि मौजूद रहे।
गणित विभाग में कार्यक्रम को संबोधित करते कुलपति प्रो.वीके सिंह ’