सिद्धार्थनगर : शिक्षकों की नियुक्ति फर्जीवाड़ा, गोरखपुर में बीएसए के स्टेनो समेत पांच गिरफ्तार
शिक्षक भर्ती घोटाले में एसटीएफ ने सिद्धार्थनगर में बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत बीएसए राम सिंह के स्टेनों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
गोरखपुर एसटीएफ ने मंगलवार को सिद्धार्थनगर बीएसए के स्टेनों, एक शिक्षक समेत पांच लोगों को गोरखपुर क्लब के पास से गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 2.50 लाख रुपए नगद, स्कॉर्पियो गाड़ी और कई जनप्रतिनिधियों के सादा लेटर पैड मिले। पकड़े गए आरोपित फर्जी दस्तावेज पर नौकरी कर रहे शिक्षकों को ब्लैकमेल कर धनउगाही कर रहे थे। एसटीएफ इंस्पेक्टर ने कैंट थाने में आरोपितों के खिलाफ साजिश के तहत फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
एसटीएफ कर रही है जांच
फर्जी शिक्षक भर्ती मामले की जांच एसटीएफ गोरखपुर कर रही है। यूनिट के प्रभारी इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह को सूचना मिली थी कि बीएसए सिद्धार्थनगर के स्टेनों हरेंद्र सिंह, उसका बाजार के प्राथमिक विद्यालय विभटिया में तैनात शिक्षक सच्चिदानंद पांडेय, प्राथमिक विद्यालय दुर्गजोत में तैनात शिक्षिका प्रतिभा मिश्रा के पति अवधेश के साथ मिलकर गलत तरीके से नौकरी पाने वाले शिक्षकों से धन उगाही कर रहे हैं। बलरामपुर जिले के रतनपुर गौरा निवासी बाबूलाल चौधरी और गोंडा जिले के तरबगंज, जमुथा निवासी चंद्र देव पांडेय के जरिए लेन-देन होता है।
कैंट पुलिस के हवाले हुए सभी आरोपित
एसटीएफ ने जांच की तो पता चला कि हरेंद्र सिंह ने 400 शिक्षकों की लिस्ट बनाई है। आरोप सही मिलने पर मंगलवार की सुबह एसटीएफ इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह ने अपने सहयोगी जशवंत सिंह, प्रेमशंकर सिंह, आशुतोष तिवारी, अनूप राय, उमेश, महेंद्र और धनंजय के साथ गोरखपुर क्लब के पास आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद सभी को कैंट पुलिस के हवाले कर दिया गया।
रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली/नेपाल। Tue, 24 Sep 2019