हर बच्चा बने अपने गांव में स्वच्छता का दूत
संसू, ऊंचाहार : स्वच्छता खुद में एक महान कार्य है। स्वच्छता को लेकर जन चेतना की जरूरत है। हर बच्चा अपने अपने गांव में स्वच्छता का दूत बने। बड़ों को इसका मंत्र देकर उनमें चेतना पैदा करे। यह विचार एनटीपीसी के मुख्य महाप्रबंधक अश्वनी त्रिपाठी ने ‘स्वच्छता ही सेवा है’ कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में व्यक्त किए।
समारोह का आयोजन एनटीपीसी के आवासीय परिसर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में हुआ था। उन्होंने कहा कि स्वच्छता की अवधारणा वैदिक है। इसको जन-जन तक पहुंचाना है। उप महाप्रबंधक बीके पांडेय ने कहा कि अपने आसपास स्वच्छ वातावरण बनाने का प्रयास करें। यह भावना हर किसी के अंदर होगी, तभी एक स्वच्छ भारत का निर्माण हो सकेगा। महाप्रबंधक (योजना) एएन वर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। स्कूल के प्रधानाचार्य ¨वध्यवासिनी त्रिपाठी ने हर बच्चे और शिक्षक से अपने जन्मदिन पर दो-दो पौधे लगाने की बात कही।
कार्यक्रम का संचालन दुर्गेश पांडेय और अध्यक्षता वरिष्ठ प्रबन्धक एएन सिंह ने की। संयोजन प्रबन्धक पवन मिश्र ने किया था। वाराणसी से आयी एक टीम ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करके स्वच्छता और नारी सशक्तीकरण का संदेश भी दिया। यह टीम 30 सितंबर तक आसपास के गांवों में जाकर लोगों जागरूक करेगी।
ऊंचाहार एनटीपीसी में स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के शुभांरभ पर बोलते मुख्य महाप्रबंधक अश्वनी त्रिपाठी ’ जागरण