KBC में छलका यूपी की 69000 शिक्षक भर्ती का दर्द, पढ़ें प्रयागराज की ऊषा ने क्या कहा अमिताभ बच्चन से
संजोग मिश्रा, प्रयागराज । कौन बनेगा करोड़पति के शो में सोमवार को यूपी की सरकारी नौकरी और उसकी अड़चनों का दर्द ऊषा ने सार्वजनिक रूप से साझा किया। शादी के बाद छह साल तक पति की नौकरी का इंतजार और अब अपनी नौकरी के लिए संघर्ष का जिक्र करके ऊषा की आंखें नम हो गई। मंच पर ऊषा की बात-‘यूपी की नौकरी का क्या कहें, कोर्ट-कचहरी के चक्कर से निकलकर मिल जाएं तो समझो किस्मत खुल गई’ ने भर्तियों को लेकर होने वाले विवाद को सबके सामने बयां कर दिया।
ऊषा ने कहा कि 2012 में शादी के छह साल बाद उनके पति धर्मेन्द्र यादव को सितंबर 2018 में बेटी होने के एक महीने बाद सरकारी टीचरी मिली। उसी के बाद परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई जिसमें उन्होंने भी आवेदन किया। मन में ठान लिया था कि 69000 पदों में से एक पद वह लेकर रहेंगी। इसके लिए सारी तकलीफें भूलकर तैयारी में जुट गईं और जी-जान झोंक दिया। बेटी का जन्म ऑपरेशन से हुआ था और काफी तकलीफ में थीं।
लेकिन इसके बावजूद प्रतिदिन 8 से 10 घंटे तक कुर्सी पर बैठकर परीक्षा की तैयारी की। एक ही बात मन में सोचती थीं की यह तकलीफ ज्यादा दिन की नहीं है। 3.20 लाख रुपये जीतने के बाद अमिताभ ने जब पूछा की इन रुपयों का क्या करेंगी तो ऊषा ने कहा कि सबसे पहले जम्मू जाऊंगी, फिर पंजाब अपनी छोटी बहन से मिलने और उत्तराखंड भी जाने की इच्छा जताई। अमिताभ ने जब पूछा की क्या राजनीति में रुचि रखती हैं तो ऊषा ने कहा पहले कोई रुचि नहीं थी।
लेकिन घर में समाचार देखते-देखते पिछले 4-6 साल में ऐसी आदत हो गई है की एक दिन समाचार न देखो तो लगता है कि देश-दुनिया में जाने क्या हो गया जिसकी जानकारी मुझे नहीं हो सकी।
ऊषा ने अमिताभ से पूछा आप कुम्भ में नहीं आए...
मेजा रामनगर की ऊषा यादव ने शो के दौरान जब अमिताभ बच्चन से यह पूछा की वह कुम्भ में नहीं आए तो उसका जवाब महानायक नहीं दे सके। वह सिर्फ इतना कहकर प्रश्न टाल गए की कई बार कुम्भ देखा है। कार्यक्रम के दौरान अमिताभ और ऊषा के एक शहर से होने की खूब चर्चा हुई। शुरूआत में ही सीनियर बच्चन ने ऊषा से कहा कि वह उनके जन्मस्थान से हैं। इस पर ऊषा ने बताया कि 1984 में जब वह मेजा में आए तो वह पैदा भी नहीं हुई थीं।
10 रुपये का नोट 80 हजार जिताए दीस
शो के दौरान अमिताभ ने हमेशा की तरह खूब हंसी मजाक भी किया। 80 हजार रुपये के सवाल का जवाब देने के बाद जब ऊषा ने बताया कि 10 रुपये के नये नोट की छपाई से जवाब का क्लू मिला तो अमिताभ ने इलाहाबादी अंदाज में यह कहकर सबको हंसा दिया कि-‘10 रुपये का नोट 80 हजार जिताए दीस’।
14वें सवाल में छूटी हिम्मत, नहीं ले सकीं 25 लाख का रिस्क
ऊषा यादव की हिम्मत केबीसी शो के दौरान 14वें सवाल पर जाकर छूट गई। 50 लाख रुपये के लिए सवाल पूछा गया-‘मान्यतानुसार हिरण्यकश्यप की पत्नी व प्रहलाद की माता का नाम क्या था’। इसका सही जवाब पता नहीं होने पर ऊषा ने गेम से बाहर निकलने का निर्णय लिया। उनका निर्णय सही साबित हुआ क्योंकि वह जिस उत्तर कौशिकी का अंदाजा लगा रही थीं वह सही नहीं था। सही जवाब कयाधु था।
प्रश्न-उत्तर
1. पहले प्रश्न में कोल्हू का बैल मुहावरे में कोल्हू नहीं लिखा था।
2. बिहारी खाद्य लिट्टी किस्से बना है-गेंहू का आटा
3. किस भगवान की पूजा महाकाल के रूप में भी की जाती है-शिव
4. कौन सा कुलनाम पहलवान गीता, बबिता, रितु और विनेश से जुड़ा है-फोगाट
5. एक लोकप्रिय देशभक्ति कविता से ली गई पंक्तियां ‘कानपुर के नाना की मुंहबोली बहन छबीली थी’ में छबीली किसके लिए इस्तेमाल हुआ है-रानी लक्ष्मीबाई
6. इनमें से किस नदी का उद्गम और अंत भारतीय सीमा के अंदर होता है-चंबल
7. इस किशोर गायिका का नाम क्या है-मैथिली ठाकुर
8. इस चित्र से मंदिर को पहचानिए जिसे 7 घोड़ों से खींचते हुए दिखाया गया है-कोणार्क का सूर्य मंदिर
9. 2018 में इनमें से किस हिन्दी फिल्म में वास्तविक जीवन की मां-बेटी ने पर्दे पर भी मां-बेटी की भूमिका निभाई-सोनी राजदान और आलिया भट्ट
ऊषा इस प्रश्न का जवाब नहीं दे पाईं जिस पर लाइफ लाइन का प्रयोग करते हुए दूसरा प्रश्न पूछा गया।
महाभारत के अनुसार इनमें से किसके भाईयों की संख्या 100 थी-दुशाला
10. महिलाओं के 20-20 अंतर्रास्ट्रीय क्रिकेट में शतक जड़ने वाली पहली महिला खिलाड़ी-हरमनप्रीत कौर
11. लोकसभा में केंद्रीय बजट पेश करने वाली पहली महिला कौन थी-इंदिरा गांधी
12. 1929 में इनमें से किसने भगत सिंह के साथ दिल्ली की लेजिसलेटिव एसेम्बली में बम फेंके थे-बटुकेश्वर दत्त
13. काला अजार बीमारी का टीका किसने विकसित किया था-उपेन्द्रनाथ ब्रह्मचारी