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वाराणसी : उत्तर प्रदेश में एडेड स्कूलों में शिक्षकों के 110 पद खतरे में

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वाराणसी : उत्तर प्रदेश में एडेड स्कूलों में शिक्षकों के 110 पद खतरे में

वरिष्ठ संवाददाता,वाराणसी । वाराणसी में 106 अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों में भौतिक संसाधनों व छात्र संख्या का सत्यापन पूरा हो चुका है। सत्यापन रिपोर्ट के अनुसार शिक्षकों के लगभग 110 पद या तो समाप्त हो सकते हैं अथवा उनका पुनर्निधारण होगा क्योंकि छात्रों की मौजूदा संख्या को देखते हुए कई स्कूलों में शिक्षकों की जरूरत नहीं है। इस रिपोर्ट के निष्कर्ष नवंबर के पहले हफ्ते में शासन को भेजे जाएंगे।

 
हाल ही में प्रदेश शासन ने माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए सूचनाएं मांगी थीं। उसी दौरान शासन को यह जानकारी मिली कि जिन विद्यालयों में छात्रों की संख्या काफी कम हो चुकी है, वहां से भी शिक्षकों के पद मांगे गए हैं। जिस छात्र संख्या के आधार पर  शिक्षकों के पद सृजित थे, अब वहां उतने छात्र नहीं रह गए हैं। कई विद्यालयों में 50 फीसदी से अधिक की कमी आ गई है। इस जानकारी के बाद शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी ने स्कूलों के संसाधनों और छात्र संख्या के सत्यापन के लिए 12 टास्क फोर्स का गठन किया था। इसमें शिक्षा विभाग के अफसरों के साथ प्रशासन के भी अधिकारी शामिल थे। टास्क फोर्स की रिपोर्ट के आधार पर पदों को चिह्नित करने की प्रक्रिया दीपावली बाद शुरू होगी। 

कई विद्यालयों में नाम मात्र की संख्या
नगर के कई पुराने विद्यालयों में छात्रों की संख्या नाम मात्र की रह गई है। कभी इन विद्यालयों में 1500 से 2000 तक छात्र संख्या होती थी, जो अब तीन अंकों में सिमट गई है। ग्रामीण क्षेत्र में भी ऐसे कुछ अनुदानित विद्यालय हैं। रिपोर्ट अभी गोपनीय है। मगर ऐसे 10-12 विद्यालय हैं जहां शिक्षकों के पद कम हो सकते हैं। 

विरोध भी हो रहा 
अतिरिक्त पद खत्म करने का शिक्षक और प्रधानाचार्य विरोध कर रहे हैं। उनका तर्क है कि अगर छात्र संख्या बढ़ जाएगी तो उनके लिए शासन पदों का समायोजन करे। 

92 से अब तक का विवरण तलब
शासन ने एक ताजा निर्देश में 1992 से अब तक विद्यालयों से भेजे गए अधियाचन विवरण तलब किया है। अधियाचन का आशय रिक्त पदों की संख्या से है। विवरण की आनलाइन फीडिंग डीआईओएस कार्यालय में चल रही है।

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