महराजगंज । परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क मिलने वाले स्वेटर की आपूर्ति इस बार राजस्थान की फर्म करेगी। जैम पोर्टल के माध्यम से यह टेंडर राजस्थानी फर्म लेने में सफल रही है। आपूर्ति के लिए बेसिक शिक्षा विभाग प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए क्रय आदेश जारी करने की तैयारी शुरू कर दी है।
हालांकि राजस्थान से स्वेटर लाकर बांटने को लेकर सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं। शिक्षकों का कहना है कि पिछले साल विद्यालय प्रबंध समिति के माध्यम से स्वेटर की खरीद हुई थी। फर्म हर स्कूलों में पहुंच स्वेटर आपूर्ति की थी। जिससे सभी बच्चों को साइज का स्वेटर मिल गया है। शिक्षकों ने आशंका जताई है कि कहीं स्वेटर का हाल भी जूता वाला ना हो जाए। फर्म ने जूता का आपूर्ति बीआरसी स्तर पर करके चली गई। स्कूल में जब जूता पहुंचा तो किसी बच्चे की साइज छोटा तो किसी का बड़ा हो गया। फिर विभाग ने जूता वापस कराया। अभी उसका वितरण चल ही रहा है।
दो सौ का स्वेटर 154 रुपए में दे रही फर्म :इस बार जिला स्तरीय समिति ने स्वेटर खरीदारी के लिए व्यवस्था में बदलाव करते हुए जिले स्तर से ही स्वेटर खरीद की योजना बनाई है। इसलिए इस बार विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में स्वेटर का पैसा नहीं भेजा गया है। समिति के आदेश पर विभाग ने जैम पोर्टल से स्वेटर खरीद के लिए जैम पोर्टल पर अपना डिमांड व मानक रखा। इस पर राजस्थान की फर्म मानक के मुताबिक दो सौ रुपए का स्वेटर 154 रुपए में ही देने को तैयार हो गई है।
विभाग का बचेगा 99 लाख :परिषदीय विद्यालय में 2 लाख 16 हजार 259 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इन सभी बच्चों को निशुल्क स्वेटर दिया जाना है। प्रत्येक स्वेटर के लिए दो सौ रुपए की दर से बजट मिलना है। आंकड़ों की नजर से देखा जाए पंजीकृत बच्चों के लिए दो सौ रुपए की दर से स्वेटर खरीद में 4 करोड़32 लाख 51 हजार 800 रुपए खर्च होना था। लेकिन जैम पोर्टल से खरीद पर दो सौ रुपए का स्वेटर 154 रुपए में मिल रहा है। इससे विभाग को करीब 99 लाख रुपए की बचत होगी। स्वेटर खरीद पर केवल 3 करोड़ 33 लाख 3 हजार 886 रुपए का भुगतान करना है।