अफसरों की जिम्मेदारी फंसेंगे स्कूल के गुरुजी
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: जिम्मेदार अफसरों की गलती पर गुरुजी की गर्दन फंसेगी। सरकारी स्कूलों में वितरित होने वाले स्वेटरों की गुणवत्ता खराब मिलने पर संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य कार्रवाई के लपेटे में आएंगे। भले ही स्वेटर वितरण का काम अभी दूर हो, लेकिन आदेश को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को मुफ्त स्वेटर वितरण किया जाएगा। इसकी खरीद डीएम स्तर से शासन के जेम पोर्टल के जरिए की जाएगी। इस बार कक्षा सात और आठ के विद्यार्थियों के लिए एक्सएल साइज के स्वेटर वितरित किए जाएंगे। स्वेटर को लेकर जारी शासनादेश में गुणवत्ता के लिए बीएसए को भी उत्तरदायी बनाया गया है। गुणवत्ता खराब पाए जाने पर प्रधानाध्यापक को जिम्मेदार ठहराते हुए उनसे वसूली कराने और एफआइआर के निर्देश भी हैं। इसी पर जिला के शिक्षक संगठनों ने विरोध के सुर उठाने शुरू कर दिए हैं। मैरून रंग के एक स्वेटर का मूल्य 200 रुपये निर्धारित किया गया है। 31 अक्टूबर तक वितरण कराना अनिवार्य है। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष गो¨वद पांडेय ने कहा कि स्वेटर खरीद का काम अफसर करेंगे। ऐसे में किसी शिक्षक को निशाना बनाया गया तो आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि शासन के जरिये ऐसी व्यवस्था क्यों नहीं बनाई जाती कि स्वेटर या ड्रेस वितरण में शिक्षकों को दूर रखा जाए।
’>>200 रुपये प्रति स्वेटर, 31 अक्टूबर तक कराना है वितरण
’ कक्षा सात व आठ के विद्यार्थियों को मिलेगा एक्सएल साइज
31 अक्टूबर तक स्वेटर वितरण कराने के निर्देश हैं। शासन के मानकों और निर्देशों के आधार पर ही स्वेटर क्रय करके उनका वितरण कराया जाएगा।
विजय प्रताप सिंह, बीएसए।