कन्या सुमंगला में फंसे 36 प्रधानाचार्य
सरकार बेटियों का भविष्य संवारने के लिए कन्या सुमंगला योजना संचालित कर रही है। उनको छह चरणों में रुपये दिए जाएंगे। बेटियों को योजना का लाभ दिलाने के लिए विभिन्न विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को खास तौर पर लगाया गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने प्रधानाचार्यों को आवेदन कराने के लिए कहा था। इनको छात्रओं के आवेदन कराकर प्रमाण पत्र जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जमा कराने के निर्देश दिए गए थे। विद्यालय स्तर से दिलचस्पी नहीं ली जा रही है।
अब तक ऑनलाइन किए गए आवेदन पत्रों की समीक्षा की गई, जिसमें 36 प्रधानाचार्यों के अभिलेख न उपलब्ध कराने की बात सामने आई है। अधिकारी इसे लापरवाही मान रहे हैं। बेटियों से जुड़ी महत्वपूर्ण योजना में दिलचस्पी न लेने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
जिला विद्यालय निरीक्षक अनूप कुमार का कहना है कि जिन छात्रओं ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं। उनके प्रमाण पत्र उपलब्ध न कराने वाले प्रधानाचार्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी को चेतावनी जारी कर दी गई है। उपरोक्त कार्रवाई कन्या सुमंगला योजना में रुचि न लेने वाले प्रधानाचार्यो के खिलाफ की गई है। प्रधानाचार्यो को मामले में तत्काल अभिलेख उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
डीआइओएस ने प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने की दी कार्रवाई की चेतावनी लापरवाही करने वालों के वेतन भुगतान पर लगेगी रोक