इस दौरान आमरण अनशनकारी राकेश पटेल ने कहा कि अनुदेशकों का नवीनीकरण वर्ष-2013 से शासनादेश के तहत होता आया है। लेकिन वर्ष 2019-20 में अनुदेशकों के नवीनीकरण में साक्षात्कार की व्यवस्था कर दी गई। पूर्व डीएम द्वारा ग्राम शिक्षा समिति के जरिए अनुदेशकों के नवीनीकरण करने का फरमान जारी कर दिया गया। उसके बाद जिला बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा भी नवीनीकरण सूची से 74 अनुदेशकों के नाम को हटा दिया गया। चंद्रमौली शुक्ला ने कहा कि जिले के 74 अनुदेशकों की रोजी- रोटी छीनने का काम किया जा रहा है। पूनम पासवान ने कहा कि चार महीने से नवीनीकरण से वंचित अनुदेशक परेशान हैं। लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है। अनुदेशकों को अनिता कुशवाहा व जयप्रक ाश ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अश्वनी सिंह, कृष्ण मुरारी सिंह, शिवेंद्र कुमार, उमेश यादव, लल्लन, सुधा पटेल, नरेंद्र नाथ त्रिपाठी, दिनेश गुप्ता, दिलीप पटेल, स्वेच्छा, निधि, गिरजा गुप्ता, अनिता पटेल, विनीता, तबस्सुम अंसारी, रेनू पटेल, नीलेश पटेल, अर्चना पटेल, मृदुला पटेल, अनुराधा विश्वकर्मा, सरिता यादव, सुधा रौनियार, वर्षा श्रीवास्तव, विनोद प्रजापति, क्रांति सिंह, शेषनाथ यादव, सूर्यप्रकाश नागर, अजय वर्मा, राजू वर्मा आदि मौजूद रहे।
BASIC SHIKSHA, APAAR, UDISE : निजी व सरकारी विद्यालयों में अपार आईडी बनाने
को लगा रहे कैंप, पांच फरवरी को प्रदेश स्तर पर होगी समीक्षा, सरकारी स्कूलों
में 52 फीसदी की नहीं बनी अपार आईडी
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*BASIC SHIKSHA, APAAR, UDISE : निजी व सरकारी विद्यालयों में अपार आईडी बनाने
को लगा रहे कैंप, पांच फरवरी को प्रदेश स्तर पर होगी समीक्षा*, *सरकारी
स्कूलों मे...