प्रयागराज : स्केलिंग, मॉडरेशन प्रक्रिया में करेगा बदलाव
स्केलिंग, मॉडरेशन प्रक्रिया में बदलाव करेगा
प्रतियोगी परीक्षाओं की कापियां जांचने के लिए मॉडरेशन प्रक्रिया अपनाई जाती है। इसमें विशेषज्ञ एक कापी को नमूना के रूप में जांचते हैं। वह जो नंबर देते हैं फिर उसी के अनुरूप सारी कापियों का मूल्यांकन होता है। लेकिन, बीती परीक्षाओं में सारी कापियों में मूल्यांकन करने वालों पर मनमाना नंबर देने का आरोप लगा है। जबकि स्केलिंग प्रक्रिया में मिले नंबर में सिर्फ एक बार बदलाव होता है। लेकिन, पिछली परीक्षाओं में स्केलिंग के नाम पर कई बार नंबर बढ़ाए व घटाए गए हैं। पीसीएस 2011 व 15 में मॉडरेशन में हुई गड़बड़ी पर सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज कराई है। जबकि स्केलिंग प्रक्रिया में एपीएस 2010, अवर अधीनस्थ 2013, समीक्षा अधिकारी 2014 में सीबीआइ को काफी गड़बड़ी मिली है। आयोग स्केलिंग व मॉडरेशन प्रक्रिया को ठीक करने में जुटा है। अनायास किसी का नंबर कम व ज्यादा न हो, उस पर नजर रखने के लिए विशेष पैनल बनाया जाएगा। साथ ही बीती परीक्षाओं में नंबर कैसे घटाए व बढ़ाए गए हैं, इसकी पड़ताल चल रही है। रिपोर्ट आने पर सारी प्रक्रिया को नए सिरे से लागू किया जाएगा।
नंबरों में हुए हेर-फेर को पकड़ चुकी है सीबीआइ,अभ्यर्थी भी प्रक्रिया बदलने की कर रहे हैं मांग