कानपुर । डीएलएड कर रहे छात्र-छात्राएं अब बिना बायोमेट्रिक हाजिरी के सत्यापन के परीक्षा फार्म नहीं भर सकेंगे। इसकी शुरुआत डीएलएड प्रशिक्षण 2017 के चतुर्थ सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं की बायोमेट्रिक हाजिरी से शुरू हो गई है। 48 घंटे में सभी संस्थानों को इसका रिकार्ड देना होगा। इसके आधार पर ही छात्र-छात्राओं के स्तर से भरे गए ऑनलाइन फार्म स्वीकृत या अस्वीकृत किए जाएंगे।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट), नर्वल की प्राचार्या ने सभी डीएलएड संस्थानों के प्रबंधकों और प्राचार्यों को पत्र भेजे हैं। इसमें एनसीटीई का हवाला देते हुए राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक के आदेश का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। आदेशों में कहा गया था कि शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए सभी संस्थान अपने यहां प्रशिक्षुओं (छात्र-छात्राएं) की बायोमेट्रिक हाजिरी कराएंगे। इसका रिकार्ड डायट व परीक्षा नियामक प्राधिकारी को भेजा जाएगा।
परीक्षा के लिए ऑनलाइन फार्म भरें : बीटीसी प्रशिक्षण 2013, 2014, 2015 सेवारत् उर्दू, मृतक आश्रित (अनुत्तीर्ण/अवशेष) और डीएलएड प्रशिक्षण 2017 चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा वर्ष 2019 के लिए प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके अभ्यर्थियों के ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं। 25 अक्तूबर तक यह फार्म भरे जा सकते हैं। इसकी स्वीकृति या अस्वीकृति डायट के स्तर से होगी।
नए आदेश से हड़कंप : बायोमेट्रिक हाजिरी के सत्यापन के नए आदेश से हड़कंप की स्थिति है। ज्यादातर संस्थानों ने बायोमेट्रिक हाजिरी के आदेश को गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते बड़ी संख्या में छात्रों के फार्म निरस्त होने का संकट पैदा हो गया है।
परीक्षाएं 14 नवंबर से : बीटीसी प्रशिक्षण 2013, 2014, 2015 सेवारत् उर्दू, मृतक आश्रित बीटीसी (अनुत्तीर्ण/अवशेष) और डीएलएड प्रशिक्षण 2017 चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा वर्ष 2019 की परीक्षाएं 14 नवंबर से शुरू हो रही हैं। यह परीक्षाएं 16 नवंबर तक चलेंगी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने परीक्षा का शेड्यूल भी जारी कर दिया है।