सदर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय सोनार में शौचालय के गेट पर ताला लटकता मिला। बच्चों ने बताया कि पानी की व्यवस्था न होने के कारण खुले में शौच जाना पड़ता है। प्रा.वि. रेहार में शौचालय के दरवाजे व खिड़की ध्वस्त हैं। टाइल्स व सीट पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। कायाकल्प योजना में शौचालयों में पानी व्यवस्था की बात कही गई है लेकिन जलापूर्ति के लिए पाइपलाइन नहीं बिछाई जा सकी। शिक्षिकाओं सहित बच्चों को बाथरूम एवं शौचालय के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कायाकल्प योजना से लाखों की लागत का शौचालय शुरू होने से पहले ही ध्वस्त हो चुका है। सीट एवं बाथरूम में गंदगी का अंबार जमा मिला है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटराशंकर नगर का शौचालय गंदगी से पटा पड़ा हुआ है।
प्रा.वि. भीखमपुर का शौचालय तालाब में डूबा है। कमोबेश यही हाल प्रा.वि. कटराशंकर नगर एवं बिजलीपुर प्रथम के शौचालय का है। हाल ही में कायाकल्प से निर्मित होने के बाद भी ध्वस्त हो चुका है। प्रा.वि. मुसीबतपुरवा के भी शौचालय खराब होने के कारण इस्तेमाल के लायक नहीं रह गए। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिहर प्रसाद की माने तो स्कूलों में निष्प्रयोज्य शौचालय की रिपोर्ट खंड शिक्षा अधिकारियों से मांगी गई है।