आधा सत्र गुजरा, बच्चों को नहीं मिले बैग
गुन्नौर प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई व उनकी देखरेख पर करोड़ों रुपये बर्बाद कर रही है लेकिन स्थिति सुधर नहीं पा रही है। गुन्नौर विकासखंड क्षेत्र में शिक्षा सत्र के छह माह बीत जाने के बाद भी बच्चों को किताबें मुहैया नहीं कराई गई है। ऐसे में स्कूली बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पॉलीथिन व हाथों में किताबों को लेकर नौनिहाल स्कूल पहुंच रहे है। जिम्मेदार भी जानकारी के बाद कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार व अनमियताओं को दूर करने के लिये सरकार नकेल कसने की तैयारी में जुटी हुई है। वहीं दूसरी तरफ बदहाल...
गुन्नौर: विकासखंड क्षेत्र में शिक्षा सत्र के छह माह बीत जाने के बाद भी कई स्कूलों में बच्चों को बैग नहीं दिए गए। पॉलीथिन व हाथों में किताबों को लेकर बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं। जिम्मेदार भी जानकारी के बाद कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।
शिक्षण सत्र के दौरान सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को मुफ्त में किताबें, बैग, यूनिफार्म दिए जाते हैं लेकिन लेटलतीफी के लिए मशहूर शिक्षा विभाग ने देर सवेर किसी तरह से बच्चों को किताबें व यूनिफॉर्म तो उपलब्ध करा दी। परन्तु सत्र के छह माह बीतने के बाद भी ब्लाक गुन्नौर रजपुरा और जुनावई के 315 प्राथमिक विद्यालय व 133 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को किताबें रखने के लिये बैग वितरित नहीं किए गए। ऐसे में स्कूली बच्चों को प्लास्टिक के थैलों व पॉलीथिन में किताबें रखकर स्कूल जाना पड़ रहा है। अधिकारी भी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे। खंड शिक्षा अधिकारी कमल राज सिंह का कहना है कि बैग मिल नहीं पाए हैं। बैग आने के बाद उन्हें वितरित कराया जाएगा।