देवरिया : फर्जी शिक्षकों के गले की फांस बनी एसटीएफ की जांच
परिषदीय विद्यालयों में फर्जी अभिलेखों पर नौकरी का खेल लंबे समय से चल रहा है। इसी वर्ष बीएसए ने फर्जी अभिलेखों पर या दूसरे के शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों पर नौकरी कर करीब डेढ़ दर्जन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया। हालांकि एसटीएफ ने अबतक करीब सवा सौ शिक्षकों को संदिग्ध मानते हुए उनके अभिलेखों का ब्योरा मांगा है। जिसमें अधिकतर शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण-पत्र एसटीएफ को उपलब्ध करा दिए गए हैं। वहीं करीब 10 संदिग्ध शिक्षकों की एसटीएफ ने पहचान की है। उनका भी रिकार्ड मांगा गया है। एसटीएफ पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
इस संबंध में एसटीएफ फील्ड यूनिट गोरखपुर के प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह ने भी इसकी पुष्टि की है। वहीं बीएसए ओमप्रकाश यादव ने बताया कि फर्जी अभिलेखों पर नौकरी कर रहे शिक्षकों को बर्खास्तगी की कार्रवाई की जा रही है। उन्हें नोटिस दिया जा रहा है। जो लोग नोटिस दिए जाने के बाद भी अपना जवाब नहीं दे रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।