राज्य मुख्यालय ' प्रसं । सरकारी प्राइमरी स्कूलों में निशुल्क बंटने वाले जूता-मोजा और स्कूल बैग वितरण की जांच होगी। इसके लिए मंडल स्तर पर उड़न दस्ता बनाया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने आदेश जारी कर दिया है।
आदेश के मुताबिक, कुछ जिलों से जूते-मोजे और स्कूल बैग की गुणवत्ता खराब होने की शिकायतें आ रही हैं जबकि शासनादेश के मुताबिक आपूर्ति होने के एक साल के अंदर तक यदि बैग या जूते-मोजे में कोई निर्माण संबंधी कमी (मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट) होगी तो कंपनी 15 दिनों के भीतर स्कूल से लेगी और उतनी ही संख्या में दोबारा सप्लाई करेगी।
उन्होंने कहा है कि मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में गठित 4 सदस्यीय उड़न दस्ता इसकी जांच करेगा। दस्ता अगले 7 दिनों में हर जिले के कम से कम तीन प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में जाकर बैग व जूता-मोजा आपूर्ति, वितरण और गुणवत्ता की जांच करेगा। सभी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएंगी। संबंधित जिलाधिकारी खराब जूते-मोजे या बैग को बदलने के लिए आपूर्तिकर्ता को लिखित रूप से निर्देशित करेंगे। यदि संबंधित आपूर्तिकर्ता 15 दिनों के भीतर इन्हें बदल कर नहीं पहुंचाएगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।