लेखाधिकारी पर भड़के डीएम, अनुमति के बाद ही छोड़ सकेंगे जिला
अब डीएम की मर्जी के बगैर नहीं जा सकेंगे जिले से बाहर बैठक में ऑडीटर के पहुंचने पर नाराज हुए संवादसूत्र लखीमपुर सेवानिवृत्त शिक्षकों की समस्याओं को लेकर डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह की ओर से बुलाई गई बैठक में बेसिक शिक्षा विभाग के लेखाधिकारी डीके सिंह की गैरहाजिरी उन पर भारी पड़ गई।...
लखीमपुर: सेवानिवृत्त शिक्षकों की समस्याओं को लेकर डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह की ओर से बुलाई गई बैठक में बेसिक शिक्षा विभाग के लेखाधिकारी डीके सिंह की गैरहाजिरी उन पर भारी पड़ गई। सेवानिवृत्त शिक्षकों की सबसे ज्यादा समस्याएं लेखाधिकारी से ही जुड़ी थीं। डीएम को जब पता चला कि लेखाधिकारी नहीं आए हैं तो उनका पारा चढ़ गया। नाराज डीएम ने निर्देश दिया कि जब तक उनकी अनुमति न हो तब तक लेखाधिकारी जिले से बाहर नहीं जा सकेंगे।
पूर्व में सेवानिवृत्त शिक्षकों ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर बेसिक शिक्षा, कोषागार और लेखाधिकारी कार्यालय से जुड़ी समस्याएं गिनाई थीं। जिसे गंभीरता से लेते हुए डीएम ने गुरुवार को सभी पक्षों की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित अपने कार्यालय में बुलाई थी। सुबह 11 बजे इस बैठक के लिए बीएसए बुद्धप्रिय सिंह, वरिष्ठ कोषाधिकारी आनंद कुमार, सेवानिवृत्त शिक्षक संघ के अध्यक्ष रामकुमार श्रीवास्तव, महामंत्री कमाल अहमद पहुंच गए लेकिन, लेखाधिकारी डीके सिंह की जगह ऑडीटर रियाज आए। निर्देश दिया कि अब जब भी लेखाधिकारी अवकाश पर जाएंगे, जिला मुख्यालय छोड़ने से पहले उनकी अनुमति लेनी जरूरी होगी। बैठक में डीएम ने लेखा विभाग की मिल रही शिकायतों का जिक्र किया और तत्काल कार्यशैली में सुधार लाने को कहा। इसके साथ ही चेतावनी दी कि सरकारी विभागों में सेवानिवृत्त कर्मचारी को बार-बार चक्कर लगवाने की प्रथा बंद होनी चाहिए।
डीएम की सुनिए
लेखाधिकारी का अवकाश वित्त नियंत्रक के यहां से स्वीकृत होता है लेकिन, जिला मुख्यालय छोड़ने से पहले डीएम से अनुमति लेनी चाहिए। अगर लेखाधिकारी ने बताया होता तो बैठक उनके आने पर बुलाई गई होती। लेखाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वे हमारी अनुमति के बाद ही जिले से बाहर जाएं।
शैलेंद्र कुमार सिंह, डीएम