नहीं चलेगी मनमानी गांव में रोज लगानी होगी हाजिरी
राजीव बाजपेयी, लखनऊ: लेखपाल और ग्राम पंचायत सचिव (सेक्रेटरी) जरूरत के वक्त नहीं मिलते, प्राइमरी स्कूल में शिक्षक अक्सर पढ़ाने नहीं पहुंचते, एएनएम बहनजी भी कभी-कभी आती हैं..। आए दिन सामने आने वाली आमजन की इन शिकायतों के स्थायी निराकरण की दिशा में सरकार ने बड़ी पहल की है। गांव में सुविधाओं और योजनाओं के क्रियान्वयन से जुड़े कर्मचारियों की मनमानी रोकने, उनकी सौ फीसद उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए ग्राम पंचायतों में ही कॉमन अटेंडेंस (हाजिरी) सेंटर तैयार किए जा रहे हैं। जल्द ही ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी उठाने वाले सारे कर्मचारी यहां रोजाना बायोमीटिक हाजिरी दर्ज कराएंगे। केंद्र या राज्य सरकार, ग्राम पंचायतों के विकास के लिए दर्जनों योजनाएं संचालित हैं। उनके क्रियान्वयन के लिए प्रधान समेत कर्मचारियों की फौज भी तैनात रहती है। सभी के जिम्मे मूलभूत नागरिक जनसुविधाएं मसलन शिक्षा, स्वास्थ्य, राजस्व समेत कल्याणकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन है।