फेसबुक फ्रेंड ने शिक्षक दंपती से ठगे लाखों
मैनपुरी निवासी शिक्षक रमाकांत की प}ी की फेसबुक प्रोफाइल पर साइबर शातिरों ने लंदन के व्यक्ति का प्रोफाइल बनाकर छह माह पहले फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजी। उन्होंने उसे स्वीकार कर लिया। इसके शातिर ने मैसेंजर पर बात शुरू कर दी। खुद को बिजनेसमैन बताकर उसने कहा कि वह भारत में देहात क्षेत्र में एक हॉस्पिटल खोलने का बहाना बनाकर उसने जाल में फंसा लिया। प}ी के बताने पर रमाकांत भी उससे बात करने लगे। फेसबुक फ्रैंड ने उनसे कहा कि वे हॉस्पिटल के लिए जमीन खरीद लें। उनको वह दो सौ करोड़ पाउंड रुपये भेज रहा है। शिक्षक ने उसकी बातों पर भरोसा कर लिया। चार-पांच दिन बाद कॉल आई कि दिल्ली एयरपोर्ट से बोल रहे हैं। आपके नाम से एक कंसाइनमेंट आई थी। स्कैन करने पर पता चला है कि इसमें दो सौ करोड़ पाउंड रखे हैं। इसका क्लीयरेंस चार्ज 17 लाख रुपये जमा कराने होंगे। शिक्षक ने अपनी जमा पूजी से यह रकम बताए गए खाते में जमा करा दी। इसके बाद दोबार कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि उसकी पैनल्टी और जमा करनी पड़ेगी। इस तरह पैनल्टी के रूप में धीरे-धीरे 35 लाख रुपये जमा करा दिए। कुछ दिन बाद एक अंजान नंबर से कॉल आई। उसने खुद को सुप्रीम कोर्ट का वकील बताते हुए कहा कि वह रकम रिलीज करा देगा। उसको पहले अपनी फीस आठ लाख रुपये खाते में चाहिए। रमाकांत ने उसकी फीस भी खाते में जमा करा दी। एक माह तक वह बहाने बनाता रहा। इसके बाद एक नए नंबर से फिर कॉल आई। उसने खुद को मुंबई का वकील बताते हुए कहा कि दिल्ली का वकील उन्हें ठग रहा है। वह उनके उनकी फंसी हुई कंसाइनमेंट को रिलीज करा देगा। उसकी बात पर भी रमाकांत ने भरोसा कर लिया। इस तरह तीन माह में शिक्षक दंपति ने 53.84 लाख रुपये शातिरों के अलग-अलग खातों में जमा करा दिए। अपने खेत का सौदा कर एडवांस ले लिया। इसके साथ ही प}ी ने अपने दारोगा भाई से भी 14 लाख रुपये ले लिए। उनको भी मामला नहीं बताया। एक माह तक इंतजार के बाद भी वे पुलिस के पास पहुंचे। अब मैनपुरी पुलिस ने मामला रेंज साइबर सेल भेजा है।
ठगी के शिकार दंपती मैनपुरी निवासी शिक्षक, जमा पूजी खत्म होने पर रिश्तेदारों और खेत का सौदा कर दी रकम