शमसाबाद के कुआंखेड़ा खास स्थित जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में डीआईओएस और राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य सुनील कुमार कटियार की जांच में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का खुलासा हुआ है।
जांच में मिड-डे मील में जहां सरकारी धन का दुरुपयोग पाया गया वहीं जूते, मोजे और बैग 200 रुपए में बेचे जाने का मामला भी प्रकाश में आया है। इस मामले में डीआईओएस ने कार्यवाहक प्रधानाचार्य रावेंद्र सिंह, सहायक अध्यापक संतोष कुमार और लिपिक संजीव कुमार सिंह का नवंबर माह से वेतन अवरुद्ध कर दिया है। गंभीर अनियमितताओं के मामले में स्पेशल ऑडिट भी कराया जाएगा।
डीआईओएस ने जीआईसी के प्रधानाचार्य के साथ जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुआंखेड़ा में जांच पड़ताल की। यहां पर मिड डे मील की रसोई को देखा गया तो यहां पर खुले तेल का प्रयोग किया जा रहा था। खुले खाद्य मसाले प्रयोग किए जा रहे थे। कक्षा 6 से 8 तक जिन छात्रों को एमडीएम दिया जाता है उनकी छात्र संख्या 11 अक्तूबर की निरीक्षण तिथि से एक दिन पहले दर्ज नहीं की गई। अगले दिन भी उपस्थिति दर्ज नहीं की गई।
ड्रेस की जानकारी करने पर पाया गया कि अभी धनराशि नहंी मिली है। अलमारी खुलवाकर चेक की गई तो पिछले वर्ष के लगभग पचास साठ बैग, ड्रेस, मोजे जूते मिले।जांच में प्रथम दृष्टया पाया गया कि जूते, मोजे, स्कूल बैग बांटे जाने के नाम पर छात्रों से प्रधानाचार्य और विद्यालय शिक्षक संतोष कुमार के सहयोग से 200 रुपए की वसूली की गई है।
इसके अलावा अवशेष जूते मोजे हाईस्कूल विज्ञान लैब और प्रधानाचार्य की अलमारी के अंदर रखे पाए गए। फीस को लेकर भी गंभीर मामला प्रकाश में आया है।
मिड-डे मील में यह मिली गड़बड़ी
डीआईओएस की जांच में पाया गया कि विद्यालय में संचालित मिड डे मील में कक्षा 6 से 8 तक कुल पंजीकृत 348 बच्चों के सापेक्ष 260 छात्रों के भोजन खाने की सूचना उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। जबकि विद्यालय कार्य दिवस में करीब 60 से 80 छात्रों के लिए भोजन बनवाया जा रहा है। डीआईओएस ने माना कि इससे शासकीय धनराशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। यह गवन की श्रेणी में है। क्यों न शासकीय धनराशि की वसूली प्रधानाचार्य से की जाए। जांच में यह भी पाया गया कि 20 कुंतल खाद्यान्न कायमगंज में बेचे जाने को ले जाने पर विभाग के अधिकारियों ने जब्त कर लिया। जांच में यह भी पाया गया कि मिड डे मील के प्रयोगार्थ गेहूं व अन्य खाद्य सामग्री की साफ सफाई कराकर उसे निजी प्रयोग में घर भिजवाया जाता है।