आगरा : एसआइटी ने भेजी दो हजार रोल नंबर की सूची
हाईकोर्ट के निर्देशन में विवि के बीएड सत्र 2005 के फर्जीवाड़े की जांच सबसे पहले सीबीसीआइडी को दी गई थी। सीबीसीआइडी जांच में विफल रही। इसके बाद यह जांच एसआइटी को सौंपी गई। एसआइटी ने करीब पांच हजार रोल नंबर (जनरेट और नंबर बढ़ने वाले) पकड़े। इसके बाद यह देखा कि इनमें कितने चेहरे शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे हैं। इनको चिन्हित करने के बाद प्रदेश के सभी जिलों के बीएसए को उनके खिलाफ कार्रवाई को पत्र भेज दिया गया। कई जिलों में इन शिक्षकों पर बर्खास्त करने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। इधर, एसआइटी ने विवि को दीवाली से पूर्व बीए प्राइवेट कोर्स के करीब दो हजार रोल नंबरों की सूची भेजी है। जिसकी आहट से कर्मचारी घबरा गए हैं। बीते बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को इस सूची में शामिल रोल नंबरों का चार्टो से मिलान किया गया तो इनमें अधिकतर रोल नंबर जनरेट निकले हैं। अब दीवाली पर विवि की छुट्टी चल रही है। इसलिए छुट्टियों के बाद रिपोर्ट एसआइटी को विवि प्रशासन द्वारा भेजी जाएगी। रोल नंबर जनरेट करने के मामले में कई कर्मचारियों की आने वाले समय में मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। आशंका है कि यहां से फर्जी मार्क्ससीट बनवाकर लोग प्रदेश के विभिन्न जिलों में नौकरी कर रहे होंगे।
एसआइटी द्वारा भारी तादाद में रोल नंबरों की एक सूची भेजी गई है। इसमें बीए प्राइवेट कोर्स के रोल नंबर हैं। दीवाली की छुट्टियों के बाद यह रिपोर्ट भेज दी जाएगी।
राजीव कुमार, परीक्षा नियंत्रक, डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि।
’>>दीवाली से पूर्व तीन दिनों तक किया गया चार्टो में से रोल नंबरों का मिलान
’>>छुट्टियां खत्म होने के बाद विवि खुलते ही एसआइटी को रिपोर्ट भेजेगा विवि प्रशासन