लखनऊ : पुरानी पेंशन सहित कई मांगें
स्कूल और कॉलेजों में तालाबंदी करेंगे शिक्षक, 16 सूत्रीय मांगों को लेकर उप मुख्यमंत्री से वार्ता विफल
शिक्षकों व• एनबीटी, लखनऊ : यूपी राज्य विद्युत परिषद चतुर्थ श्रेणी संघ ने भी 28 नवंबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार में जाने का ऐलान किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल मिश्रा ने गुरुवार को यूपीपीसीएल के अध्यक्ष को पत्र लिखकर आंदोलन की घोषणा से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि घोटाले में फंसी रकम वापसी को लेकर सरकार की मंशा स्पष्ट नहीं है। इस वजह से कर्मचारियों को आंदोलन के बाध्य होना पड़ा। सीतापुर रोड स्थित संगठन के प्रदेश कार्यालय पर हुई बैठक में प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र कुमार गौड़, कार्यवाहक अध्यक्ष विमल चंद्र, ओम प्रसाद, ज्ञान प्रकाश मिश्रा, राधेश्याम और अनुराधा शर्मा मौजूद रहीं।
चतुर्थ श्रेणी संघ 28 से करेगा कार्य बहिष्कार
इको गार्डन में उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ की ओर से 'शिक्षक सम्मान बचाओ महारैली' का हुआ आयोजन।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने महासंघ के साथ मिलकर पुरानी पेंशन बहाली, वित्तविहीन शिक्षकों को पूर्णकालिक शिक्षक का दर्जा, समान कार्य के लिए समान वेतन व शर्तें, फ्री मेडिकल सुविधा दिए जाने की मांग को लेकर सरकार को घेरा। महासंघ के संयोजक एवं एमएलसी ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा से मुलाकात कर ज्ञापन पर बातचीत की, लेकिन उन्होंने इस पर असमर्थता जताई। ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि वार्ता विफल होने पर 21 जनवरी को सभी स्कूल से लेकर महाविद्यालयों में तालाबंदी कर विरोध जताया जाएगा। इको गार्डन में विरोध प्रदर्शन में जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुंडीर, सुरेश त्रिपाठी, शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री डॉ. आरपी मिश्र, उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री संजय सिंह, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह सहित विधायक और लाखों शिक्षक शामिल हुए।
शिक्षक सम्मान बचाओ महारैली में शामिल हुए दो लाख शिक्षक।
• एनबीटी, आलमबाग
प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा विभागों के शिक्षक गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर आलमबाग स्थित इको गार्डन में विरोध प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ की ओर से प्रस्तावित 'शिक्षक सम्मान बचाओ महारैली' में प्रदेश से करीब दो लाख शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इस दौरान शिक्षक-शिक्षिकाओं ने विरोध दर्ज कर पुरानी पेंशन बहाली सहित 16 सूत्रीय मांगों को मुद्दा उठाया। चार घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने शिक्षक नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन बेसिक शिक्षा मंत्री के न होने पर वार्ता बेनतीजा रही। तय हुआ कि 21 जनवरी को प्रदेशभर के सभी स्कूल-कॉलेजों में तालाबंदी कर सभी शिक्षक जिलों में विरोध दर्ज करवाएंगे।
उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में शिक्षक दूर-दूर से आते हैं। इस वजह से कभी-कभी रास्ते में कोई समस्या आने पर लेट हो जाते हैं। प्रेरणा ऐप पर लगातार तीन दिन अनुपस्थित रहने पर निलंबन की कार्रवाई हो रही है, जो पूरी तरह से गलत है। उनकी मांग है कि इसे सुगम बनाया जाए, जिससे शिक्षकों के ऊपर अनावश्यक दबाव न पड़े और काम आसानी से कर सकें। उन्होंने एक ही कैंपस में बने दो स्कूलों को एकसाथ मिलाने, शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ न देने का भी विरोध किया।
16 सूत्रीय मांगों को लेकर उप मुख्यमंत्री से वार्ता विफल, ऐलान...