लखनऊ : भविष्य निधि घोटाले के विरोध में कार्य बहिष्कार 18-19 को
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : बिजली इंजीनियरों ने भविष्य निधि घोटाले की सीबीआइ जांच का तो स्वागत किया लेकिन, घोटाले पर सोमवार को प्रबंधन से वार्ता बेनतीजा रहने के बाद आंदोलन का एलान कर दिया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने 18 व 19 नवंबर को 48 घंटे का कार्य बहिष्कार करने और पांच नवंबर को प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
पावर कारपोरेशन चेयरमैन आलोक कुमार से वार्ता के बाद समिति के पदाधिकारी शैलेंद्र दुबे ने बताया कि भविष्य निधि ट्रस्ट द्वारा दिशा-निर्देशों का पालन न किए जाने, 99 फीसद से अधिक रकम का केवल तीन हाउसिंग फाइनेंस कंपनी में निवेश करने और इसमें 65 फीसद से अधिक रकम केवल डीएचएफएल में लगाने की बात स्वीकार की है। दुबे के मुताबिक कारपोरेशन प्रबंधन ने माना कि तीनों हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां अनुसूचित बैंकिंग की श्रेणी में नहीं आती हैं, इसलिए इनमें किया गया निवेश नियमविरुद्ध और असुरक्षित है।
पीएफ पर बोर्ड बैठक सात को
पावर कारपोरेशन बोर्ड की बैठक सोमवार को हुई। प्रमुख सचिव ऊर्जा व कारपोरेशन के अध्यक्ष आलोक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में भविष्य निधि के भुगतान संबंधी प्रस्ताव पर विचार-विमर्श किया गया। कोई निर्णय न होने पर सात नवंबर को फिर बैठक रखी गई है।