अयोध्या : 202 कॉलेजों के शिक्षक अनुमोदन में खेल
अवध विश्वविद्यालय से संबद्ध कई महाविद्यालयों में शिक्षक अनुमोदन का खेल हुआ है। इसकी जद में 202 महाविद्यालयों के तकरीबन 30 विषय के शिक्षक अनुमोदन की प्रक्रिया है। दोहरे अनुमोदन वाले शिक्षकों की तादाद 351 बताई जा रही है। बड़ी संख्या में शिक्षकों का अनुमोदन गत दो वर्ष के भीतर का है। इन सभी का अन्यत्र अनुमोदन है। यह गोलमाल ही शिक्षकों की किल्लत ङोल रहे कॉलेजों के कोरम पूरा करने में मददगार बना।
कॉलेजों में संचालित विषयों की स्थायी, अस्थाई संबद्धता देने तथा ब्लैक लिस्ट की सूची से बाहर करने के लिए इन शिक्षकों की गलत नियुक्ति का रास्ता अख्तियार किया गया है। इसमें कई शिक्षक अविवि के दो भिन्न-भिन्न महाविद्यालयों अथवा कानपुर विश्वविद्यालय में अनुमोदित हैं। दो महाविद्यालयों में एक शिक्षक का अनुमोदन नहीं हो सकता। इसे रोकने के लिए ईडीपी सेल है। इसकी जांच आख्या के बाद शिक्षक अनुमोदन को हरी झंडी मिलती है। ऑनलाइन अनुमोदित शिक्षकों की सूची से पता चला है कि प्रतिभा सिंह का 21 जून 2019 को गणोश प्रताप शैलेश कुमार महाविद्यालय बाराबंकी में अनुमोदन हुआ तो दूसरी ओर वीणा सुधाकर ओझा महाविद्यालय बाराबंकी में इसी सत्र में 21 फरवरी को। अंकित कुमार का रोहित मेमोरियल पीजी कॉलेज सुलतानपुर 27 मई 2019 व गंगादेवी लाल बहादुर डिग्री कॉलेज बाराबंकी में तीन नवंबर को अनुमोदन हुआ है। सौरभ मौर्य का अनुमोदन 25 मार्च 2019 रामराजी महाविद्यालय सुलतानपुर व चार अप्रैल धर्मादेवी बद्रीप्रसाद महाविद्यालय सुलतानपुर में अनुमोदन हुआ है।
राजकुमार पाल का अनुमोदन मुलायम सिंह यादव महाविद्यालय अंबेडकरनगर में 10 अप्रैल 2019 को तथा फूलपत्ती देवी महाविद्यालय अंबेडकरनगर में पांच जुलाई 2019 को अनुमोदन हुआ है। प्रेमशंकर यादव का अनुमोदन ठाकुर सत्यनारायण प्रताप सिंह महाविद्यालय सुलतानपुर में 12 जून 2019 को तथा डॉ.पुष्पेंद्र सिंह महाविद्यालय अमेठी में 27 अगस्त को हुआ है।
भारत भूषण का अनुमोदन स्व. रामराज वर्मा महाविद्यालय सुलतानपुर में 16 अक्टूबर 2018 को तथा फूलादेवी चंद्रधर मिश्र अंबेडकरनगर में 23 मई 2019 को हुआ। अरुण अग्रवाल का अनुमोदन बीएस मेमोरियल अंबेडकरनगर में 27 मई 2019 तथा यूथ गल्र्स डिग्री कॉलेज अनवारी बाराबंकी में 17 जून को हुआ। इसी तरह 11 जुलाई 2019 को अंबिका प्रसाद का अनुमोदन श्रीपाल सिंह महाविद्यालय लंभुआ और कानुपर विवि के डॉ.विशंभर सिंह प्रताप महाविद्यालय में हुआ। श्रीतीरथ प्रसाद साकेत का 10 अक्टूबर का अनुमोदन श्रीपत सिंह महाविद्यालय पूराबाजार तथा कानपुर के चुन्नीदेवी महाविद्यालय फरुखाबाद में हुआ था। अनुभा सिंह का अनुमोदन देवीदीन सिंह महाविद्यालय गोंडा व कानपुर विवि में हुआ है।
’ कॉलेजों को लाभ पहुंचाने के लिए एक-एक शिक्षक का दो अलग-अलग कॉलेजों में अनुमोदन
इस मामले की जानकारी नहीं है। मैंने इस तरह के 55 शिक्षकों का अनुमोदन निरस्त किया है। यदि मामला संज्ञान में आया तो दो मिनट में इन शिक्षकों का अनुमोदन निरस्त कर दूंगा। एससी अवस्थी, कुलसचिव अवध विवि