बस्ती : 75 पदों के सापेक्ष नहीं मिला एक भी आवेदन
बस्ती | समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्थापित न्याय पंचायत संसाधन केन्द्र व ब्लॉक संसाधन केन्द्र की व्यवस्था को फिर से गठित करने का फरमान जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही सह-समन्वयक (एबीआरसी) व संकुल प्रभारी (एपीआरसी) के पद को समाप्त करते हुए उनके स्थान पर अब हर ब्लॉक में अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) के चयन की व्यवस्था बना दी गई है।
नवंबर के पहले सप्ताह में इसके लिए विज्ञापन जारी कर विभाग ने सहायक अध्यापकों से आवेदन भी मांगा है। लेकिन अभी तक एक भी शिक्षक ने आवेदन करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। अंतिम तारीख 18 नवंबर निर्धारित की गई है। इस लिहाज से अब महज चार दिन ही शेष बचे हैं। ऐसे में विभागीय अधिकारियों को यह चिंता अभी से ही सताने लगी है कि अगर पदों के सापेक्ष आवेदन नहीं मिलते हैं तो चयन प्रक्रिया को समय से कैसे पूरा किया जाएगा।
सभी ब्लॉक में छह-छह एआरपी का चयन किया जाएगा। सह-समन्वयकों के लिए स्वीकृत पदों पर ही इनको समाहित किया जाएगा, इसके लिए अगल से पद सृजित नहीं किया गया है। छह एआरपी में से एक नामित डायट मेंटर के रूप में काम करेंगे। शेष के चयन के लिए प्रक्रिया का निर्धारण किया जा चुका है। प्रेरणा एप को लेकर जारी विरोध को शिक्षकों के आवेदन करने में रूचि न लेने की बड़ी वजह माना जा रहा है।
इन विषयों में किया जाना है चयन
हर ब्लॉक में छह अकादमिक रिसोर्स पर्सन यानी एआरपी का चयन किया जाना है। इनमें एक विशेषज्ञ सामाजिक विज्ञान विषय, एक विशेषज्ञ अंग्रेजी, एक विशेषज्ञ गणित, एक विशेषज्ञ हिन्दी, एक विशेषज्ञ विज्ञान और सभी ब्लॉकों में एक डायट मेंटर नामित किया जाना है। विशेषज्ञ के तौर पर चयन के लिए कम से कम पांच साल का प्राइमरी या उच्च प्राइमरी में शिक्षण अनुभव, सेवानिवृत्त होने में कम से कम दस साल शेष होना समेत अन्य अर्हता रखी गई है। फिलहाल अभी तक विभाग में आवेदन की बोहनी तक नहीं हो सकी है।