शिक्षक संगठन चयन प्रक्रिया का बहिष्कार कर रहेबुधवार को आवेदन पत्र जमा करने की समय सीमा खत्म हुई ‘‘परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक व्यवस्था में सुधार के लिए एआरपी तैनात किये जाने हैं। इसके लिए आवेदन मांगे गए थे। उपयुक्त संख्या में आवेदन पत्र नहीं आए हैं। इसको देखते हुए आवेदन की तिथि बढ़ाई जा रही है।’ बीएन सिंह, बीएसए गोरखपुर (एसएनबी)। परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक व्यवस्था को सुधारने के लिए एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) की तैनाती को लेकर शिक्षक संगठनों का विरोध असर दिखाने लगा है। जिले में इसके लिए आवेदनों का टोटा पड़ गया है। 100 एआरपी पदों के लिए निर्धारित तिथि तक दहाई भर आवेदन भी बीएसए कार्यालय नहीं पहुंचे। इस स्थिति के बाद एआरपी के लिए आवेदन की समय सीमा बढ़नी तय मानी जा रही है। परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए एबीआरसी व एनपीआरसी की व्यवस्था समाप्त कर एआरपी को तैनात किया जाना है। प्रत्येक ब्लाक में हिन्दी, गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन व अंग्रेजी विषय के एक-एक एआरपी को हर ब्लाक में तैनात किया जाना है। एआरपी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों का निरीक्षण कर प्रेरणा एप के माध्यम से संबंधित विषय के पठ्न-पाठन की कमियां दूर कराएंगे। एआरपी का चयन मेरिट पर होना है। ऐसे में दूरस्थ ब्लाक के शिक्षकों को नजदीक के ब्लाक में तैनात होने का अवसर भी मिल सकता है। जिले के 19 ब्लाक व नगर क्षेत्र में इस तरह 100 एआरपी तैनात किये जाने हैं। इसके लिए गत 28 अक्टूबर को विज्ञापन जारी कर शिक्षकों से आवेदन मांगे गए थे। मंगलवार को आवेदन पत्र जमा करने का अंतिम दिन था। इस बीच एआरपी तैनाती पर प्रेरणा एप का साया पड़ने लगा। शिक्षकों का कहना है कि जब प्रेरणा एप का विरोध किया जा रहा है तो ऐसे में उस पद पर कैसे जा सकते हैं जिसमें हमें इस एप का प्रयोग करना पड़ेगा। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ व विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा एआरपी चयन का बहिष्कार किये जाने के बाद यह माना जा रहा है कि जिले में एआरपी तैनाती विभाग के लिए खासी चुनौती बन जाएगी। शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भक्तराज त्रिपाठी व मंत्री श्रीधर मिश्र ने कहा कि एआरपी तैनाती शिक्षकों के साथ धोखा है। संगठन इसका पुरजोर विरोध कर रहा है। आवेदन की स्थिति शिक्षकों की एकता प्रदर्शित कर रही है। उधर, विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश मंत्री तारकेश्वर शाही ने कहा कि शिक्षकों की एकजुटता से एआरपी चयन प्रक्रिया औंधे मुंह गिरेगी। अगर आवेदन की तिथि बढ़ती है तब भी शिक्षकों का विरोध जारी रहेगा।
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