राज्य ब्यूरो, प्रयागराज: शासन के निर्देश पर उच्च शिक्षा निदेशालय में व्याप्त अनियमितता की जांच करने आए उच्च शिक्षा के संयुक्त सचिव डॉ. अमित भारद्वाज को काफी खामियां मिलीं। उन्होंने विधि प्रकोष्ठ का दौरा किया तो वहां सैकड़ों फाइलें तितर-बितर मिलीं। पदोन्नति, स्थानांतरण, नियुक्ति से जुड़े छोटे-छोटे मामलों के सैकड़ों मुकदमे लंबित होने पर उनका पारा चढ़ गया। अधिकारियों को फटकार लगाते हुए बोले, ‘यह तो काफी छोटे मामले हैं। इनका निस्तारण निदेशालय से हो जाना चाहिए, फिर लोगों को मुकदमा क्यों करना पड़ा, यानी काम में गड़बड़ी है’। वहीं बजट पटल में बजट आवंटन से जुड़ी खामियां मिलीं।
निदेशालय के कुछ कर्मचारियों ने राज्यपाल, व उच्च शिक्षा के आलाधिकारियों से यहां व्याप्त अनियमितता की शिकायत की थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए शासन ने दो सदस्यीय जांच टीम बुधवार को निदेशालय भेजा। पहले दिन जांच अधिकारी डॉ. अमित भारद्वाज ने बजट, पेंशन, नियुक्ति जैसे पटलों का निरीक्षण करके वहां की कार्यप्रणाली देखकर अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ किया था, जबकि गुरुवार को विधि प्रकोष्ठ, बजट पटल का दौरा किया। निदेशक के कक्ष में कर्मचारियों को बुलाकर पूछताछ किया। शासन ने उच्च शिक्षा निदेशालय में जांच के लिए 19 ¨बदु तैयार कराए थे। इसमें पदोन्नति, नियुक्ति, स्थानांतरण, पेंशन जैसे मामलों में गड़बड़ी होना। एक पटल पर सालों से अधिकारियों व कर्मचारियों का कार्यरत रहना आदि शामिल है।
उच्च शिक्षा निदेशालय में जांच पूरी हो चुकी है। अधिकारियों, कर्मचारियों से पूछताछ करने के साथ फाइलें भी देखी गई हैं। मैं अपनी रिपोर्ट 30 नवंबर से पहले शासन को दे दूंगा। आगे की कार्रवाई शासन स्तर से की जाएगी।
-डॉ. अमित भारद्वाज, संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा
जिनकी शिकायत थी उन्हीं से पूछताछ
जांच अधिकारी ने उन अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ की है, जिनकी शिकायत शासन से की गई थी। सबसे उनके पटल पर मिली गड़बड़ी के बारे में पूछा तो अधिकतर ने मौन धारण कर लिया।