लखनऊ : अल्पसंख्यक इलाकों में खुलेंगे आवासीय बालिका इंटर कॉलेज
दरअसल, प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम से पहले अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में एमएसडीपी कार्यक्रम संचालित था। इसमें अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किए जाते हैं। इसके तहत इंटर कॉलेजों के भवन भी बनाए जाते थे। भवन बनाने के बाद इसे शिक्षा विभाग को संचालन के लिए स्थानांतरित कर दिया जाता था। लेकिन, अब प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत प्रदेश सरकार पहली बार आवासीय बालिका इंटर कॉलेज बनाने जा रही है। प्रत्येक कॉलेज के लिए करीब 25 करोड़ रुपये का बजट रखा है। इसमें भवन निर्माण के साथ ही फर्नीचर से लेकर दूसरी व्यवस्थाएं तक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग खुद करेगा। हालांकि इसका संचालन शिक्षा विभाग करेगा या फिर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग खुद अपने संसाधनों से इसे संचालित करेगा इस पर अंतिम निर्णय अभी नहीं हुआ है।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग इन आवासीय बालिका इंटर कॉलेजों को मॉडल के रूप में विकसित करना चाहता है। इसके लिए तेलंगाना, असम, कर्नाटक व केरल जैसे राज्यों के आवासीय इंटर कॉलेजों का अध्ययन किया जा रहा है। इन प्रदेशों की व्यवस्थाएं देखने के बाद अल्पसंख्यक कल्याण विभाग प्रदेश में भी उन्हें लागू करेगा। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के इस प्रस्ताव को जल्द ही प्रदेश सरकार मंजूरी देने के बाद केंद्र भेजेगी। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद बालिका इंटर कॉलेज बनने शुरू हो जाएंगे।
इन जिलों में खुलेंगे बालिका इंटर कॉलेज
सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, खीरी, सीतापुर, रायबरेली, प्रतापगढ़, बाराबंकी, सुलतानपुर, बहराइच, श्रवस्ती, बलरामपुर, गोण्डा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, आजमगढ़, गाजीपुर, कासगंज, गौतमबुद्धनगर, हरदोई, उन्नाव, फरुखाबाद, कन्नौज, इटावा, कानपुर, फतेहपुर, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, मऊ, जौनपुर, भदोही, संभल, हापुड़, शामली व अमेठी।
जिलों को पहले चरण में किया गया चिह्न्ति, कक्षा छह से 12 तक की होगी पढ़ाई