मुरादाबाद : फर्जी प्रमाण पत्र से नौकरी पाए जिले के चार शिक्षक बर्खास्त
- कमेटी की ओर से किए गए जांच में दोषी पाए गए शिक्षक
- फर्जी व टेम्पर्ड प्रमाण पत्र के आधार पर चारों शिक्षकों ने पाई थी नौकरी
मुरादाबाद। कार्यालय संवाददाताफर्जी प्रमाणपत्रों से नौकरी पाए चार शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया। चारों शिक्षकों से ढाई महीने पहले नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया था। इसके साथ ही कमेटी गठित कर शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच कराई गई थी, जिसमें शिक्षक दोषी पाए गए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि डा. भीमराव अम्बेडकर विवि आगरा के बीएड सत्र 2004-05 में फर्जी प्रमाणपत्र धारी अभ्यर्थियों की पूर्व में सीडी उपलब्ध कराई गई थी। सीडी में जिले के चार अध्यापकों के अंकित नाम मिले थे जो फर्जी प्रमाणपत्रों पर नौकरी कर रहे थे। इनमें सर्वेश कुमारी पुत्री चंद्रपाल सिंह, सहायक अध्यापक प्राइमरी विद्यालय बगिया सागर छजलैट, मालती कुमारी पुत्री चंद्रपाल सिंह सहायक अध्यापक प्राइमरी विद्यालय महमूदपुरा छजलैट, विजय कुमारी पुत्री महेंद्रपाल सिंह सहायक अध्यापक प्राइमरी विद्यालय नगलिया जदीद बिलारी और बादाम सिंह पुत्र अशर्फीलाल सहायक अध्यापक प्राइमरी विद्यालय करनावाला खालसा ठाकुरद्वारा शामिल थे। बीएसए ने बताया कि सचिव उप्र, बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज के पत्रांक के अनुपालन में संबंधित शिक्षकों से उनके प्रमाणपत्रों और नियुक्ति के संबंध की जांच में पुष्टि की गई। चारों शिक्षक कोई भी ऐसा साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पाए, जिसमें वह निर्दोष साबित हों। ऐसे में चारों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। वेतन के रूप में दिए गए धनराशि की वसूली के निर्देशबीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि संबंधित अध्यापकों को वेतन के रूप में भुगतान की गई धनराशि की वसूली की जाए। साथ ही संबंधित शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए अवगत कराया जाए। वर्जन फर्जी व टैम्पर्ड अंकतालिकाओं के आधार पर अध्यापकों ने नियुक्ति पाई थी। नियुक्ति प्रक्रिया के समय अवैधानिक दस्तावेज प्रस्तुत करने के कारण नियुक्ति प्रारंभ से ही शून्य है। चारों अध्यापकों के सेवा समाप्ति का आदेश जारी कर दिया गया है। योगेंद्र कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी